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गोंडा जिले के स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी कक्ष में लापरवाही सामने आने पर आयुक्त देवीपाटन मंडल ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मंडलायुक्त ने मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान चिकित्सक डॉ. अरिहंत मिश्रा और फार्मासिस्ट उमाकांत त्रिपाठी अपनी निर्धारित ड्यूटी स्थल से अनुपस्थित पाए गए थे।
मेडिकल कॉलेज निरीक्षण के दौरान कई दिनों से मरीज के बेड की चादर नहीं बदली गई
आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान पता चला कि मरीज के बेड की चादर कई दिनों से नहीं बदली गई है। अस्पताल में समुचित सफाई भी नहीं पाई गई। इस लापरवाही के कारण मरीजों को इमरजेंसी कक्ष में गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा। आयुक्त ने इसे अत्यंत खेदजनक और अनुशासनहीनता करार देते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य ने रोका वेतन नोटिस जारी करने के निर्देशआयुक्त के निर्देश के बाद प्रधानाचार्य ने सम्बंधित कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने के कारण उनके वेतन मानदेय रोकने का आदेश दिया है। साथ ही उन्हें तुरंत अपने विभागाध्यक्ष के माध्यम से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। स्पष्टीकरण संतोषजनक पाए जाने पर ही वेतन/मानदेय भुगतान पर विचार किया जाएगा। कर्मचारियों की इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे नियमित रूप से इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण करें और इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू
मेडिकल कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली में अनुशासन और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम संदेश है। प्रधानाचार्य ने सभी संबंधित कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहने का निर्देश दिया है। स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।