कृषि वैज्ञानियों की मानें तो भारी बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद है। इससे धान की अच्छी पैदावार होगी और उत्पादन लागत में कमी आएगी।
15 सितंबर को गहरे दबाव का रूप लेगा डिप्रेशन
बांग्लादेश के ऊपर बना डिप्रेशन रविवार को पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है। यह एक गहरे डिप्रेशन में तब्दील हो गया है। बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के पास अक्षांश 22.9 डिग्री उत्तर तथा देशांतर 89.2 डिग्री पूर्व के पास केंद्रित है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने तथा 15 सितंबर की शाम तक गहरे दबाव के रूप में अपनी तीव्रता बनाए रखने की उम्मीद है। इसके बाद यह अगले 48 घंटों के दौरान एक दबाव के रूप में पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों और झारखंड को पार करेगा। मानसून की द्रोणिका अब गंगानगर, हिसार, दिल्ली, बरेली, बहराइच, पटना, बांकुरा, गहरे दबाव के केंद्र से होकर दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाती है। सौराष्ट्र और उसके आस- पास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।