यह भी पढ़ें- यूपी के इन 12 जिलों में कोरोना वायरस के आधे मरीज, बाकी 63 जिलों में आधे दरअसल, गाजियाबाद की क्रॉसिंग रिपब्लिक सोसायटी में रहने वाले राजकुमार राठी ने बताया कि क्रॉसिंग रिपब्लिक की पंचशील वेलिंगटन सोसायटी के टावर नंबर-दो के फ्लैट नंबर-205 में दुर्गेश प्रसाद अपनी पत्नी, पुत्र और पुत्रवधू के अलावा दो पतियों के साथ लंबे समय से रह रहे थे। दुर्गेश की 27 अप्रैल को कोविड-19 संक्रमण के चलते मौत हो गई। उसके बाद उनकी पत्नी संतोष और उनका बेटा अश्वनी और उसकी पत्नी निर्मला भी संक्रमित हो गए, जिन्हें शारदा अस्पताल में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान अश्वनी की भी मौत हो गई। जबकि उसके कुछ घंटे बाद ही अश्विनी की मां संतोष भी कोरोना से जिंदगी की जंग हार गई और कुछ दिन बाद ही निर्मला की भी मौत हो गई। इस हंसते खेलते परिवार में 27 अप्रैल से अभी तक कुछ दिन के अंदर ही चार लोगों की मौत हो गई।
बच्चियों को भेजा उनकी बुआ के घर अब इस परिवार में केवल 6 वर्षीय और 8 वर्षीय दो मासूम बच्ची ही बची हैं। कोरोना ने इन मासूम बच्चियों के सिर से पहले दादा और पिता का साया छीना। उसके बाद दादी और मां का भी साया छीन लिया है। राठी ने बताया कि फिलहाल फ्लैट को बंद कर दोनों बच्चियों को उनकी बुआ के घर भेज दिया गया है। इस दर्दनाक घटना की जानकारी जैसे ही सोसायटी के लोगों को मिली तो लोग शोक में डूब गए। राठी ने बताया कि हर दूसरे दिन सोसायटी में कोई न कोई मौत हो रही है। कोविड-19 संक्रमण बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इसके चलते यहां के लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं।