क्या है इस पत्र में?
फीफा के अध्यक्ष जियानी इंफेंटिनो और महासचिव फातमा समौरा ने सभी टीमों को जो पत्र भेजा है उसके ज़रिए उन्हें ‘फुटबाल पर फोकस करने’ का संदेश दिया है। फीफा ने इस वर्ल्ड कप में शामिल होने वाली सभी 32 टीमों से इस वर्ल्ड कप में खेल पर ध्यान रखने, नैतिकता का संदेश देने से बचने और राजनीति से दूर रहने का आग्रह किया है।
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क्यों भेजा फीफा ने यह पत्र?
दरअसल 2022 का फीफा वर्ल्ड कप क़तर में हो रहा है। क़तर में शरिया कानून चलता है। साथ ही श्रमिकों से खराब व्यवहार, समलैंगिक संबंधों को अपराध माने वाले कानून, महिलाओं के साथ समानता न रखना जैसी बातें भी नकारात्मक चर्चा का विषय बन रही हैं। ऐसे में 8 यूरोपीय टीमों ने फीफा नियमों का उल्लंघन कर भेदभाव विरोधी अभियान का समर्थन करने के लिए अपने कप्तानों को दिल की शेप के आर्मबैंड पहनने के लिए कहा है। यूक्रेन के फुटबॉल अधिकारियों ने युद्ध में रूस का साथ देने के लिए ईरान को इस वर्ल्ड कप से हटाने की मांग की है। कुछ अन्य देशों ने भी ईरान में महिलाओं के साथ होने वाली असमानता पर बात करते हुए उनके फुटबॉल संघ को निलंबित करते हुए टीम को वर्ल्ड कप से हटाने की मांग की है। वहीँ डेनमार्क की टीम कतर में हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के लिए शोक के तौर पर ब्लैक कलर की जर्सी पहनकर खेलने की तैयारी में है। कई टीमें और फैंस क़तर की नीतियों और फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान लागू किए गए नियमों का विरोध कर रही हैं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए फीफा ने सभी टीमों को यह पत्र भेजा है।