फीफा ने अपने बयान में कहा कि फीफा परिषद के ब्यूरो ने सर्वसम्मति से ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को ‘अनुचित हस्तक्षेप’ की वजह से तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला लिया है। यह फीफा के नियमों का गंभीर उल्लंघन है। फीफा ने एआईएफएफ को अगस्त महीने की शुरुआत में ही थर्ड पार्टी के हस्तक्षेप को लेकर सस्पेंशन की चेतावनी दी थी। लेकिन अब उसने बयान में बताया कि सभी की सहमति के बाद सस्पेंशन का निर्णय लिया गया है।
फीफा ने सस्पेंशन हटाने को लेकर कहा, ‘एआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए प्रशासकों की एक समिति गठित करने के आदेश के निरस्त होने और एआईएफएफ प्रशासन एआईएफएफ के दैनिक मामलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने के बाद निलंबन हटा लिया जाएगा।’
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फीफा बयान में कहा गया है कि निलंबन का मतलब है कि भारत के गोवा और मुंबई में 11-30 अक्टूबर 2022 को होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 का आयोजन भी नहीं हो सकेगा। हालांकि, फीफा ने कहा कि वह टूर्नामेंट के संबंध में अगले कदमों का आकलन कर रहा है और जरूरत पड़ने पर इस मामले को ब्यूरो में भेजा जाएगा।
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भारतीय फुटबॉल कप्तान और अनुभवी स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने बीते रविवार को ही अपने साथी खिलाड़ियों से कहा था कि फीफा की भारतीय फुटबॉल को निलंबित या प्रतिबंधित करने की धमकियों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि आप मैदान में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान दें।