फोनपे को सबसे ज्यादा नुकसान
यूपीआई प्लेटफॉर्म फोनपे को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। फोनपे द्वारा पुष्टि करते हुए बताया कि यस बैंक पर पाबंदी के चलते अनशेड्यूल्ड मेंटनेंस एक्टिविटी चल रही है। यूजर्स की ओर से किए जा रहे पेमेंट्स लगातार रिजेक्ट होने की वजह से हो रहा है। उसके बाद फोनपे के फाउंडर समीर निगम की ओर से ट्वीट के जरिए प्लेटफॉर्म पर दिक्कतें आने की बात कही है।
यह भी पढ़ेंः- Yes Bank Crisis : सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि अब ‘भगवान’ भी महीने में निकाल सकेंगे 50,000 रुपए
आखिर क्यों आई यह समस्या
वास्तव में एनपीसीआई यानी नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ही यूपीआई और पूरी व्यवस्था को ऑपरेट करती है। वहीं यस बैंक डिजिटल सर्विस के लिए एक मुख्य बैंक एंड प्रोवाइडर बैंक है। कई प्लेटफॉर्म अपने यूपीआई पेमेंट बैक एंड के लिए यस बैंक का ही इस्तेमाल करती हैं। वहीं दूसरी ओर गूगल पे, एमआई पे, अमेजन पे और सैमसंग पर असर नहीं पड़ा है। इसका कारण है कि इन एप्स के लिए बैंक बैंकिंग पार्टनर बैंक एंड पेमेंट का सॉल्यूशन दे रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः- तीन दिन में पेट्रोल 45 पैसे, डीजल 36 पैसे सस्ता, महाराष्ट्र में लगेगा ग्रीन सेस
आखिर कितनी है यस बैैंक की डिजिटल पेमेंट्स में हिस्सेदारी
– यस बैंक में सितंबर तिमाही तक यूपीआई के माध्यम से एक बिलियन ट्रांजेक्शंस हुए थे।
– यस बैंक का यूपीआई ट्रांजेक्शन के तहत करीब 40 फीसदी का मार्केट शेयर है।
– यस बैंक का यूपीआई ट्रांजेक्शन 264.8 फीसदी की सालाना दर से बढ़ा है।
– यस बैंक के माध्यम से आईएमपीएस 60 मिलियन ट्रांजेक्शन हुआ है।
– जिसमें 80 फीसदी की एनुअल ग्रोथ देखने को मिली है।
– आधार आधारित पेमेंट सिस्टम से 103 मिलियन ट्रांजेक्शंस हुए हैं।
– इस तरह के पेमेंट ट्रांजेक्शंस में 189 फीसदी की बढ़ोतरी हुई हैै।