बढ़ सकती है टैक्स छूट की सीमा
मौजूदा समय में लोगों को ढाई लाख रुपए तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। लेकिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 4 लाख रुपए तक कर सकती है। लोग टैक्स छूट की सीमा बढ़ाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। आपको बता दें कि ढाई लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक की आय वर्ग वालों को 5 फीसदी की दर से टैक्स देना होता है। 5 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक की आय वालों को 20 फीसदी की दर से टैक्स देना होता है और 10 लाख रुपए से ज्यादा आय इनकम वालों पर 30 फीसदी की दर से टैक्स लगता है।
पेंशनर्स को हो सकता है फायदा
टैक्स छूट के अलावा सरकार पेंशनर्स के लिए इनकम टैक्स से जुड़े फायदों का भी ऐलान कर सकती है। आपको बता दें कि बीते दिनों वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मिडिल क्लास और पेंशनर्स को इनकम टैक्स से छूट देने के लिए टैक्स विभाग के साथ चर्चा भी की थी। इसलिए उम्मीद जताई जदा रही है कि अंतरिम वित्त मंत्री पीयूष गोयल इसको लेकर अहम घोषणाएं कर सकते हैं, जिससे सैलरीड क्लास और मिडिल क्लास जनसंख्या को ज्यादा पैसे बचाने में मदद मिल पाएगी।
हाउसिंग लोन के ब्याज पर छूट बढ़ने की उम्मीद
इतना ही नहीं, आगामी अंतरिम बजट में हाउसिंग लोन के ब्याज पर छूट बढ़ाई जा सकती है। आपको बता दें कि होम लोन पर चुकाए गए ब्याज पर टैक्स में कटौती कंस्ट्रक्शन के समय से लेकर काम पूरा होने तक के समय में हासिल की जा सकती है। इस फायदे को लेने के लिए लोन का आवेदन घर के निर्माण के लिए करना चाहिए और लोन लेने के 5 साल के भीतर घर का कंस्ट्रक्शन पूरा हो जाना चाहिए।
बचत की सीमा बढ़ाने पर हो सकता है ऐलान
मिडिल क्लास की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकार बचत की सीमा बढ़ाने पर भी काम कर रही है। मिडिल क्लास को सरकार से उम्मीद है कि आगामी अंतरिम बजट में सरकार उनके लिए अहम और फायदेमंद घोषणाएं करेगी। अब देखना ये होगा कि सरकार उनके लिए क्या ऐलान करेगी।
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