कोरोना काल के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डोर स्टेप डिलीवरी सर्विस शुरू करने के बारे में कहा था। गणतंत्र दिवस के भाषण में उन्होंने दोबारा जिक्र किया। राशन केंद्र पर होने वाली धांधली को रोकने और लाभार्थी तक सीधे अनाज पहुंचाने के मकसद से इस सर्विस को शुरू किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि उन्हें पिछले कुछ समय से ऐसी शिकायतें मिल रही थीं, जिनमें राशन केंद्र संचालक की ओर से बदत्तमीजी करने एवं दुकान समय पर न खोलने आदि चीजें शामिल थीं। ऐसे में सरकार ने गरीब तबके एवं जरूरतमंद लोगों को ध्यान में रखते हुए इस सुविधा को जल्द से जल्द शुरू करने का निर्णय लिया।
पैकेट में घर आएगा अनाज
नई सर्विस के तहत राशन को साफ-सुथरे तरीके से पैक करके लाभार्थी के घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन का काम किया जा रहा है। कार्डधारकों को 25 किलो गेहूं और 10 किलो चावल मिलेगा। इससे उनके समय की बचत होगी। साथ ही राशन की दुकानों पर निर्भरता खत्म होगी। हालांकि इसमें राशन की दुकान पर अनाज लेने की सुविधा पहले की तरह जारी रहेगी। जो लोग दुकान से अनाज लेना चाहते हैं वे इस विकल्प को चुन सकते हैं।