सोलर प्लांट पर 30 फीसदी तक सब्सिडी
सोलर बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें नई-नई स्कीम्स ला रही हैं। इसमें सस्ते दामों पर सोलर प्लांट मुहैया कराए जा रहे हैं। साथ ही इन पर सब्सिडी भी दी जा रही है। आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत सरकारी के अलावा कई प्राइवेट कंपनियां भी सोलर पैनल इंस्टाल कराने में मदद के साथ पैसा कमाने का अच्छा मौका दे रही है। इसमें आप बतौर डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर्स और इन्फ्लुएंसर बनकर कमाई कर सकते हैं। सोलर पैनल लगाने वालों को न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय की ओर से रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30 फीसदी की सब्सिडी दी जाती है। राज्यों के अनुसार इसकी कीमत में थोड़ा अंतर हो सकता है।
सोलर बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें नई-नई स्कीम्स ला रही हैं। इसमें सस्ते दामों पर सोलर प्लांट मुहैया कराए जा रहे हैं। साथ ही इन पर सब्सिडी भी दी जा रही है। आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत सरकारी के अलावा कई प्राइवेट कंपनियां भी सोलर पैनल इंस्टाल कराने में मदद के साथ पैसा कमाने का अच्छा मौका दे रही है। इसमें आप बतौर डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर्स और इन्फ्लुएंसर बनकर कमाई कर सकते हैं। सोलर पैनल लगाने वालों को न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय की ओर से रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30 फीसदी की सब्सिडी दी जाती है। राज्यों के अनुसार इसकी कीमत में थोड़ा अंतर हो सकता है।
सोलर पैनल से बढ़ेगी कमाई
सोलर पैनल खरीदने के लिए राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क करना होगा। आप चाहे तो प्रमुख शहरों में बनें इसके कार्यालय में जाकर भी बात कर सकते हैं। अगर आपके घर की छत खाली पड़ी है तो आप सोलर पैनल को इंस्टाल कराकर बिजली बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको लोकल बिजली कंपनियों से टाइअप करना होगा।
सोलर पैनल खरीदने के लिए राज्य सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क करना होगा। आप चाहे तो प्रमुख शहरों में बनें इसके कार्यालय में जाकर भी बात कर सकते हैं। अगर आपके घर की छत खाली पड़ी है तो आप सोलर पैनल को इंस्टाल कराकर बिजली बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको लोकल बिजली कंपनियों से टाइअप करना होगा।
रूफटॉप फार्मिंग से मुनाफा
आप रूफटॉप फार्मिंग के जरिए अपनी छत पर सब्जियां उगा सकते हैं। चूंकि छत पर सीमित जगह होती है इसलिए आप यहां सब्जियां उगाने के लिए हाइड्रोपोनिक खेती का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक इजरायली तकनीक है। इसमें सब्जियां उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होतीख् बल्कि सिर्फ पानी से ही खेती की जा सकती है। इसमें खाद के बजाय सूखे नारियल के छिलकों की जरूरत होती है। इनमें आप मेथी, पुदीना, बैंगन, पालक, टमाटर, फूलगोभी, शिमला मिर्च और भिंडी आदि उगा सकते हैं। आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना चलाई जाती है। इसमें प्रति हेक्टेयर 50000 रु दिए जाते हैं।
आप रूफटॉप फार्मिंग के जरिए अपनी छत पर सब्जियां उगा सकते हैं। चूंकि छत पर सीमित जगह होती है इसलिए आप यहां सब्जियां उगाने के लिए हाइड्रोपोनिक खेती का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक इजरायली तकनीक है। इसमें सब्जियां उगाने के लिए मिट्टी की जरूरत नहीं होतीख् बल्कि सिर्फ पानी से ही खेती की जा सकती है। इसमें खाद के बजाय सूखे नारियल के छिलकों की जरूरत होती है। इनमें आप मेथी, पुदीना, बैंगन, पालक, टमाटर, फूलगोभी, शिमला मिर्च और भिंडी आदि उगा सकते हैं। आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना चलाई जाती है। इसमें प्रति हेक्टेयर 50000 रु दिए जाते हैं।