1. कजरी तीज- शनिवार, 02 सितंबर
कजरी तीज का पर्व रक्षा बंधन के तीन दिन बाद आता है। इस दिन व्रत के विधान के अनुसार इस पर्व पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। यह व्रत सुहागिनें पति की दीर्धायु, संतान की खुशहाली और परिवार के सुख के लिए रखती है, जिसके तहत वे शंकर-पार्वती की पूजा कर उनसे आशीर्वाद मांगती हैं।
कजरी तीज 2023 मुहूर्त –
पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि शुक्रवार, 01 सितंबर 2023 को रात 11.50 बजे शुरू होगी, जिसका अगले दिन 02 सितंबर 2023 को रात 08.49 बजे समापन होगा।
2. जन्माष्टमी- बुधवार, 06 सितंबर
इस बार श्रीकृष्ण की 5250 वीं जन्माष्टमी मनाई जाएगी। ध्यान रहे कि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। मान्यता के अनुसार जन्माष्टमी पर व्रत रखने से भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होने के साथ ही भक्तों के जीवन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस साल पंचांग के अनुसार यह तिथि बुधवार 6 सितंबर को दोपहर 3.37 बजे शुरू होगी, वहीं इसका समापन 7 सितंबर को शाम 4.14 बजे होगा।
श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि के समय रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसी कारण इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर को मनाई जानी है, कारण ये है कि इस दिन सुबह 9.20 बजे से रोहिणी नक्षण शुरू होगा, जो गुरुवार 7 सितंबर को सुबह 10.25 बजे तक रहेगा। ये भी जान लें कि बता दें कि जन्माष्टमी का त्योहार सामान्यत: दो दिन मनाया जाता है। इसके तहत गृहस्थ लोग जहां बुधवार, 6 सितंबर को जन्माष्टमी मनाएंगे और वहीं वैष्णव संप्रदाय में गुरुवार, 7 सितंबर को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
जन्माष्टमी तिथि बुधवार 6 सितंबर 2023 को दोपहर 03.37 बजे से शुरू होकर गुरुवार, 7 सितंबर 2023 के दिन शाम 04.14 बजे तक रहेगी। वहीं, जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त रात 12.02 बजे से लेकर 12.48 बजे तक रहने के चलते इसी मुहूर्त में लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना की जाएगी। श्रीकृष्ण का जन्म पुराणों के अनुसार रात्रि 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसी मान्यता के आधार पर गृहस्थ 6 सितंबर को जन्मोत्सव मनाएंगे।
3. हरतालिका तीज- सोमवार, 18 सितंबर
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होता है। माना जाता है कि माता पार्वती ने ही सबसे पहले हरतालिका तीज का व्रत करके भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया था। इसी कारण सुहागिनों के साथ कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना से हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं।
हरतालिका तीज 2023 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस बार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि रविवार, 17 सितंबर 2023 को सुबह 11.08 बजे से शुरू होगी। और इसका अगले दिन सोमवार 18 सितंबर 2023 को 12.9 मिनट पर समापन होगा। मान्यता के अनुसार हरतालिका तीज की पूजा सुबह, प्रदोष काल या फिर रात्रि के चारों प्रहर में की जाती है।
हरतालिका तीज मुहूर्त – सुबह 06.07 – सुबह 08.34 (18 सितंबर 2023)
प्रदोष काल मुहूर्त – शाम 06.23 – 06.47
4. गणेश चतुर्थी- मंगलवार, 19 सितंबर
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से 10 दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत हो जाती है। यह उत्सव अनंत चतुर्दशी जारी रहता है। गणेश चतुर्थी के दिन 10 दिवसीय गणेश उत्सव के तहत घरों, पंडालों में रिद्धि सिद्धि के दाता गणपति जी विराजित किए जाते हैं।
माना जाता है कि इन दस दिनों के लिए भगवान गणेश जी कैलाश से निकलकर धरती पर आते हैं, और भक्तों के बीच रहकर उनकी हर समस्याओं का समाधान करते हैं। ध्यान रहे कि साल 2023 में गणेश उत्सव की शुरुआत मंगलवार, 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी से होगी, जिसके बाद इस उत्सव का समापन गुरुवार 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्थी पर होगा। बप्पा की मूर्ति का विर्सजन आखिरी दिन किया जाता है।
गणेश चतुर्थी 2023 मुहूर्त –
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि का प्रारंभ – 18 सितंबर 2023, दोपहर 12.39
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि का समापन- 19 सितंबर 2023, दोपहर 01.43
गणेश स्थापना का समय – सुबह 11.07 – दोपहर 01.34 (19 सितंबर 2023)
5. अनंत चतुर्दशी- गुरुवार ,28 सितंबर
हिंदू कैलेंडर के अनुसार अनंत चतुर्दशी का त्यौहार भादों में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आता है। जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु की इस दिन पूजा की जाती है और इस दिन हाथों में अनंत सूत्र बांधे जाते है। हिंदू धर्म में इस त्यौहार का विशेष महत्व है। अनेक जगह इस पर्व को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इसी दिन जहां भगवान गणेशजी का गणेश उत्सव के बाद विसर्जन किया जाता है, तो वहीं अनंत चतुर्दशी के इस खास दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा भी की जाती है।
भुजाओं पर पहने जाने वाले अनंत में इस दिन 14 गांठें लगाई जाती हैं। ये अनंत घर के हर एक सदस्य की भुजाओं में पूजा के बाद बांधे जाते हैं।
शुभ मुहूर्त?इस साल अनंत चतुर्दशी गुरुवार, 28 सितंबर को है। अनंत चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ बुधवार, 27 सितंबर को रात 10.18 बजे से होगा जबकि इसका समापन गुरुवार ,28 सितंबर को शाम 06.49 बजे होगा। ऐसे में इस त्यौहार को गुरुवार, 28 सितंबर को ही मनाया जाएगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त – गुरुवार को सुबह 06.12बजे से शाम 06.49 बजे तक का है।