त्योहार

माँ त्रिपुर सुंदरी जयंती 2019 : पूजा विधि एवं इच्छा पूर्ति मंत्र जप विधान

माँ त्रिपुर सुंदरी जयंती 2019 : पूजा विधि एवं इच्छा पूर्ति मंत्र जप विधान

Dec 05, 2019 / 05:22 pm

Shyam

माँ त्रिपुर सुंदरी जयंती 2019 : पूजा विधि एवं इच्छा पूर्ति मंत्र जप विधान

12 दिसंबर 2019 दिन गुरुवार को माँ त्रिपुर सुंदरी ( Maa tripura sundari ) की जयंती का महापर्व है, यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष (अगहन) मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। माँ त्रिपुरी सुंदरी सभी प्रकार की कामनाओं को पूर्ण करने वाली उगते हुए सूर्य के समान हैं। श्री विद्या, त्रिपुरा, श्री सुंदरी, राजराजेश्वरी, ललित, षोडशी, कामेश्वरी, मीनाक्षी, भैरवी एवं कामेश्वरी आदि नामों से माता की पूजा आराधना की जाती है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन माता की विधिवत पूजा करने के बाद इन मंत्रों का जप करने से जपकर्ता की सभी कामनाएं पूरी हो जाती है।

 

कहीं ऐसे तो शयन (सोते) नहीं करते आप, जानें कब कहां और कैसे सोना चाहिए

 

ऐसे करें माँ त्रिपुरा का पूजन

सबसे पहले इस मंत्र के साथ गुरु तत्व का आवाहन पूजन करें-
ऊँ श्री गुरुवे, ओमकार आदिनाथ ज्योति स्वरूप, उदयनाथ पार्वती धरती स्वरूप। सत्यनाथ ब्रहमाजी जल स्वरूप। सन्तोषनाथ विष्णुजी खडगखाण्डा तेज स्वरूप, अचल अचम्भेनाथ शेष वायु स्वरूप। गजबलि गजकंथडानाथ गणेषजी गज हसित स्वरूप। ज्ञानपारखी सिद्ध चौरंगीनाथ चन्द्रमा अठारह हजार वनस्पति स्वरूप, मायास्वरूपी रूपी दादा मत्स्येन्द्रनाथ माया मत्स्यस्वरूपी। घटे पिण्डे नवनिरन्तरे रक्षा करन्ते श्री शम्भुजति गुरु गोरक्षनाथ बाल स्वरूप, नवनाथ स्वरूप मंत्र सम्पूर्ण भया, अनन्त कोटि नाथजी गुरुजी को आदेष! आदेष!!

 

माँ त्रिपुर भैरवी जंयती 2019

 

इस मंत्र से माँ त्रिपुर सुंदरी का ध्यान करें-

बालार्कायुंत तेजसं त्रिनयना रक्ताम्ब रोल्लासिनों।
नानालंक ति राजमानवपुशं बोलडुराट शेखराम्।।
हस्तैरिक्षुधनु: सृणिं सुमशरं पाशं मुदा विभृती।
श्रीचक्र स्थित सुंदरीं त्रिजगता माधारभूता स्मरेत्।।

इस मंत्र से माँ त्रिपुर सुंदरी का आवाहन करें, आवाहन के लिए माँ त्रिपुर सुंदरी के प्रतिक रूप में एक सुपारी प्रतिष्ठित करें। इसे तिलक करें और धूप-दीप आदि पूजन सामग्रियों के साथ पंचोपचार विधि से पूजन पूर्ण करें।
ऊं त्रिपुर सुंदरी पार्वती देवी मम गृहे आगच्छ आवहयामि स्थापयामि।

 

अन्नपूर्णा जयंती 2019 : भरा रहेगा अन्न और धन का भंडार जरूर करें यह काम

 

उपरोक्त विधि से पूजन आवाहन करने के बाद कमल गट्टे की माला से इस मंत्र का जप एक हजार बार करें।
त्रिपुर सुंदरी बीज मंत्र

।। ऊँ ह्रीं क ऐ ई ल ह्रीं ह स क ल ह्रीं स क ह ल ह्रीं ।।

मंत्र जप पूरा होने के बाद अपने हाथ में चावल, फूल लेकर देवी भगवती माँ त्रिपुर सुंदरी से क्षमा याचना करते हुए इस मंत्र का उच्चारण करते हुए माता का विसर्जन करें। इस प्रकार की विधिवत पूजा, जप से माँ त्रिपुर सुंदरी प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूरी कर देती है।
गच्छ गच्छ सुरश्रेष्ठे स्वस्थानं परमेश्वरि त्रिपुर सुंदरी।
पूजाराधनकाले च पुनरागमनाय च।।

***********

Hindi News / Astrology and Spirituality / Festivals / माँ त्रिपुर सुंदरी जयंती 2019 : पूजा विधि एवं इच्छा पूर्ति मंत्र जप विधान

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.