मामला शहर के कमला नगर कलक्टरगंज का है। यहां के ज्ञानेन्द्र भान त्रिपाठी पेशे से अधिवक्ता है। एचटी मीडिया के रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने बताया कि सिविल लाइन स्थित एक ब्रांडेड जूते की दुकान से 12 सौ का जूता खरीदा था। दुकानदार ने छह महीने की गारंटी दी थी, लेकिन एक महीने बाद ही जूते की सिलाई खुलने लगी। जूते का शोल टूटने लगा, इससे वह तनाव में आकर बीमार हो गए। उनका इलाज हृदस रोग संस्थान में चल रहा है।
खर्च नहीं देने पर कराएंगे केस ज्ञानेन्द्र भान के मुताबिक उनका मानसिक तनाव इस लिए बढ़ा कि जूता खराब होने से वह अपने साले की शादी की शामिल नहीं हो सके। नकली जूता देने से उन्हें मानसिक और आर्थिक क्षति हुई है। अधिवक्ता अभिषेक शर्मा से जरिए दुकानदार को नोटिस भेजा है। इसमें जूते की रकम, बीमारी में खर्च हुए राशि और अन्य खर्च के भुगतान की मांग की है। तय तिथि तक रकम नहीं दिए जाने पर दुकानदार के खिलाफ कोर्ट केस कराएंगे।