कुलदीप ने कैसे कमाए पैसे?
कुलदीप 17 नवंबर 2017 से जेल में बंद है। वो पढाई में ग्रेजुएट है। जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने कुलदीप को कैदियों के प्रार्थन पत्र लिखने के काम पर लगाया था। कुलदीप जेल में बंदी मित्र के रुप में काम करने में लगा रहता था। उसकी मेहनत और लगन को देखते हुए नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी (NLSA) के जिला सचिव अचल प्रताप सिंह ने 19 मई 2022 को जेल में ‘लीगल ऐड क्लिनिक’ पर पैरा लीगल वॉलंटियर का काम दे दिया। अपने काम को कुलदीप मेहनत से करता रहा।नालसा सचिव ने पैसे दिए
Fatehgarh नालसा के वर्तमान सचिव संजय कुमार ने कलदीप के मेहनताने को उसके बैंक खाते में ट्रांसफर किया और इसकी सूचना Fatehgarh जेल अधीक्षक को दी। जेल अधीक्षक ने कुलदीप के खाते का बैंक स्टेटमेंट निकलवाया और उसे इसकी सूचना दी। मेहनताना पाने के बाद कुलदीप के खुशी का ठिकाना नहीं था। यह भी पढ़ें