जाहिर है कि एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी फिल्म ‘आरआरआर’ (RRR) की सफलता ने देश का नाम रोशन कर दिया है। फिल्म को हर ओर से फैंस का प्यार मिल रहा है। फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ को प्यार मिल रहा है। इसी बीच राजामौली ने डायरेक्टर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका के साथ अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग के मौके पर एक बयान दिया है। जो अब हंगामा खड़ा कर रहा है। आपको बताते हैं कि आखिर इस बयान की क्या सच्चाई है।
यह भी पढ़े – पठान बायकॉट करने वालों को शाहरुख खान के फैंस ने दिखाया ठेंगा, एडवांस में बुक किए इतने टिकट! दरअसल, एसएस राजामौली ने डायरेक्टर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका के साथ अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग के मौके पर कहा कि ‘आरआरआर’ बॉलीवुड फिल्म नहीं है। यह भारत के दक्षिण की एक तेलुगू फिल्म है, जहां से मैं आता हूं। लेकिन, मैं फिल्म को रोकने और आपको म्यूजिक और डांस दिखाने के लिए नहीं बल्कि फिल्म की कहानी आगे बढ़ाने के लिए गाने का इस्तेमाल करता हूं। राजामौली ने कहा कि अगर फिल्म के आखिर में आप कहते हैं कि मुझे तीन घंटे पता नहीं चले तो मुझे पता है कि मैं एक सफल फिल्म निर्माता हूं।’
राजामौली के इस बयान ने सोशल मीडिया पर हंगामा शुरू कर दिया है। लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। इतना ही नहीं फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ को भी साधारण करार दे रहे हैं। जाहिर है कि फिल्म में अजय देवगन और आलिया भट्ट भी अहम रोल में हैं। हालांकि आपको बता दें कि राजामौली ने यह बात क्षेत्रवाद की भावना से नहीं कही है। फिल्म निर्देशक ने अपनी फिल्म का परिचय देते हुए इस बात का जिक्र किया।
यह भी पढ़े – पति आदिल खान संग रोमांटिक हुईं राखी सावंत, लिपलॉक करते हुए शेयर किया वीडियो लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी इसी बात का एक क्लिप वायरल कर दिया है। लेकिन, पूरी बात सुनने के बाद पूरा मामला साफ हो जाएगा। राजामौली बॉलीवुड और साउथ फिल्म का अंतर समझाने के लिए कह रहे हैं कि, ‘आप में से कुछ लोगों ने इंडियन फिल्में देखी होंगी। उनमें गाने और फाइट सीक्वेंस होते हैं। वो आपको इस फिल्म में भी देखने को मिलेगा। फर्क बस ये है कि ये बॉलीवुड मूवी नहीं है। ये एक तेलुगु फिल्म है, जो कि साउथ इंडिया से आती है, जहां से मैं आता हूं।’