चुनाव प्रचार अंतिम चरण में
विधानसभा चुनाव 2018 में शांति धारीवाल ने गुंजल को हराया था। इससे पहले 2013 में भाजपा की लहर में गुंजल भी धारीवाल को चुनाव हरा चुके हैं। ये दोनों प्रत्याशी तीसरी बार आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कोटा शहर में चुनावी सभा कर चुके हैं। कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रोड शो कर चुके हैं। चुनाव प्रचार अंतिम चरण में पहुंच गया है, लेकिन मतदाता अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। इसलिए दोनों दलों के प्रत्याशियों की नींद उड़ी हुई है। जनसंपर्क में मतदाता दोनों से सहज रूप से मिल रहे हैं, लेकिन मन की बात खुलकर नहीं बता रहे हैं। नदी पार क्षेत्र में नांता सहकारी सोसायटी के बाहर खाद्य सुरक्षा के गेहूं लेने की कतार में लगी छयानाबाई बोली, कोण जीतेगा या.. तो रामजी ही जाणे है। नांता रोड पर कचौरी की दुकान पर बैठे अवधेश बोले, किसका पलड़ा भारी है, यह कहना मुश्किल है, लेकिन चम्बल रिवरफ्रंट बनने से लोगों में खुशी है।
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यहां पास ही बैठे मनोज ने कहा, रिवरफ्रंट के नाम पर क्या हुआ, ये भी तो सबको पता है। उनकी बात काटते हुए बबलू ने कहा, कुछ भी हुआ हो कोटा में काम तो दिख रहा है। स्टेशन रोड बजरिया में प्रदीप कुमार ने कहा, यहां मतदाता पार्टी नहीं, प्रत्याशी देखकर ही अपना निर्णय करेगा। दोनों प्रत्याशियों को पहले विधायक चुनकर देख चुके हैं। किसने अच्छा काम किया, यह तुलना करके ही निर्णय करेंगे।