चुनावी माहौल में सड़क के लिए आंदोलन करने और मतदान का बहिष्कार की चेतावनी देने वाले विजय राजभर सहित अन्य ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर एक बैनर लटका दिया है। वहीं बस्ती के समीप चटाई बिछाकर लोग धरना प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि आबादी की जमीन से रास्ता बनवाना है जिस पर गांव के ही एक व्यक्ति ने कब्जा कर रखा है। हम लोग रास्ते में अधिकृत होने वाली भूमि के एवज में अपनी भूमि देने के लिए भी तैयार है बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बस्ती में रहने वाली मुनरा देवी ने बताया कि सड़क न होने से गांव में उनकी बिरादरी के लोग अपने लड़की की शादी करने के लिए भी नहीं आते हैं। किसी तरह से कहीं शादी तय भी हो जाए तो दूल्हे की गाड़ी घर के दरवाजे तक नहीं पहुच पाती। बीमार और बुजुर्गों को इलाज के लिए चारपाई पर लाद कर मुख्य मार्ग तक लाना पड़ता है।
दसवीं की छात्रा नेहा राजभर बताती है कि बारिश हो जाए तो चारों तरफ पानी भर जाता है। ऐसे में बारिश के मौसम में चार महीने तक उनकी पढ़ाई बाधित रहती है। बस्ती में रहने वाले छात्र छात्राएं चार माह तक पढ़ाई करने स्कूल नही पहुंच पाते।
वहीं बस्ती के निवासी राजाराम राजभर, किशोरी लाल, गोरख नाथ, भैयालाल, सुशील कुमार, नंदलाल राजभर, मैना देवी, फूलवंती देवी, तीजा देवी, प्रमिला देवी, आशा देवी, पिंका, राधिका, गीता सहित अन्य ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक कोई अधिकारी सड़क बनवाने का लिखित आश्वासन नहीं देता तब तक धरने से नहीं हटेंगे। बैनर टंगा रहेगा और मतदान का बहिष्कार करेंगे।