क्या है एनटीए का कहना (NTA )
एनटीए ने किसी भी तरह की लापरवाही से इंकार किया है। एनटीए का कहना है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और छत्तीसगढ़ के छात्रों ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की, जिसमें नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Exam 2024) के दौरान हुई समय की बर्बादी के बारे में कहा गया। इस संबंध में एनटीए ने जांच की और उस आधार पर छात्रों को मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिए जाने का फैसला किया। यह भी पढ़ें
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शिकायतों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की
एनटीए ने सूचित किया कि समिति ने सभी छात्रों की शिकायतों और संबंधित परीक्षा केंद्रों की सीसीटी फुटेज के आधार पर जांच की। उन्होंने परीक्षा के दौरान समय की बर्बादी की मात्रा निर्धारित की और प्रभावित छात्रों के नुकसान की भरपाई करने के लिए छात्रों को अंक प्रदान किया। वहीं अब मुआवजे के तौर पर अंक देने को लेकर जो विवाद पैदा हो रहा है। यह भी पढ़ें