राजस्थान पत्रिका से बातचीत में फ्रेंच ट्यूटर कृतिका शर्मा ने बताया कि पिछले दो वर्षों के मुकाबले इस वर्ष 20 फीसदी अधिक बच्चों ने एडमिशन लिया है। खास बात ये है कि बच्चे अब छोटी उम्र से ही भाषा पर पकड़ मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पहले 15 से 16 वर्ष की आयु के बच्चे अधिक मात्रा में आते थे। अब माता-पिता 8 से 10 वर्ष की आयु के बच्चों को अलग-अलग प्रकार की लैंग्वेज सीखने के लिए भेज रहे हैं।
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जयपुर के इन क्षेत्रों में फॉरेन लैंग्वेज के क्लासेज (Foreign Language Classes In Jaipur)
- आदर्श नगर
- बापूनगर
- लाल कोठी
- गोपालपुरा
- खातीपुरा
- मालवीय नगर
- चित्रकूट