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Foreign Language: जयपुर के स्कूली बच्चों के बीच बढ़ रही है फॉरेन लैंग्वेज की मांग

Foreign Language: युवाओं के बाद अब स्कूली छात्रों के बीच भी फॉरेन लैंग्वेज सीखने का क्रेज बढ़ रहा है। छात्र फ्रेंच, जर्मनी आदि सभी लैंग्वेज सीखने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन कोर्स कर रहे हैं। प्राइवेट लैंग्वेज ट्यूटर बताते हैं कि इन दो सालों के मुकाबले इस वर्ष उनके पास अधिक संख्या में छात्र एडमिशन के लिए आए हैं।

नई दिल्लीJun 24, 2024 / 04:48 pm

Shambhavi Shivani

Foreign Language
Foreign Language: युवाओं के बाद अब स्कूली छात्रों के बीच भी फॉरेन लैंग्वेज सीखने का क्रेज बढ़ रहा है। छात्र फ्रेंच, जर्मनी आदि सभी लैंग्वेज सीखने के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन कोर्स कर रहे हैं। प्राइवेट लैंग्वेज ट्यूटर बताते हैं कि इन दो सालों के मुकाबले इस वर्ष उनके पास अधिक संख्या में छात्र एडमिशन के लिए आए हैं। 
राजस्थान पत्रिका से बातचीत में फ्रेंच ट्यूटर कृतिका शर्मा ने बताया कि पिछले दो वर्षों के मुकाबले इस वर्ष 20 फीसदी अधिक बच्चों ने एडमिशन लिया है। खास बात ये है कि बच्चे अब छोटी उम्र से ही भाषा पर पकड़ मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पहले 15 से 16 वर्ष की आयु के बच्चे अधिक मात्रा में आते थे। अब माता-पिता 8 से 10 वर्ष की आयु के बच्चों को अलग-अलग प्रकार की लैंग्वेज सीखने के लिए भेज रहे हैं।
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जयपुर के इन क्षेत्रों में फॉरेन लैंग्वेज के क्लासेज (Foreign Language Classes In Jaipur)

  • आदर्श नगर
  • बापूनगर
  • लाल कोठी
  • गोपालपुरा
  • खातीपुरा
  • मालवीय नगर
  • चित्रकूट

फॉरेन लैंग्वेज से मिलेंगे रोजगार (Foreign Language)

बता दें, वर्तमान में भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां हैं। इसके अलावा जर्मनी में नर्सिंग फील्ड में भी लोगों के लिए अच्छा स्कोप है। वहीं, टूरिज्म इंडस्ट्री में भी फॉरेन लैंग्वेज (Foreign Language) सीखने वालों के लिए कई स्कोप है। बच्चे टूरिस्ट गाइड्स से लेकर फॉरेन लैंग्वेज ट्यूटर, होटल लाइन, लैंग्वेज स्पेशलिस्ट, कॉलेज-यूनिवर्सिटी समेत कई क्षेत्रों में बेहतरीन जॉब पा सकते हैं। साथ ही वे फॉरेन यूनिवर्सिटीज में भी दाखिला ले सकते हैं। इन लैंग्वेज को सीखने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि वे ऑनलाइन मोड पर देश-विदेश की एमएनसी कंपनियों में अच्छे पैकेज पर वर्क कर सकते हैं।

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