बैठक में पीएम मोदी को उन सभी विकल्पों की जानकारी दी गई, जिन पर पिछले दिनों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में विभिन्न राज्यों और हितधारकों के साथ हुई बैठक में चर्चा हुई थी।
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हालांकि COVID-19 के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और हितधारकों से प्राप्त प्रतिक्रिया को देखते हुए, यह फैसला लिया गया है कि इस वर्ष कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। सीबीएसई कक्षा 12 के छात्रों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से जारी करने के लिए उचित मानदंडों के अनुसार कदम उठाएगी। पिछले साल की तरह, यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा। शिक्षा मंत्री का एम्स में चल रहा है इलाज इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज सुबह 11 बजे 12वीं बोर्ड परीक्षाओं ( Board Exams ) को लेकर अहम घोषणा करने वाले थे। किंतु तबीयत खराब होने की वजह से यह संभव नहीं हो पाया। फिलहाल उनका इलाज एम्स में चल रहा है। 23 मई 2021 को आयोजित वर्चुअल बैठक में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर व महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के अलावा सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव शामिल हुए थे। बैठक में शिक्षा मंत्री निशंक ने राज्यों से 25 मई तक अपने सुझाव देने का आग्रह किया था।
दिल्ली के सीएम ने की केंद्र से इस बात की अपील दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि 12वीं की परीक्षा को लेकर बच्चे और पेरंट्स काफी चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि बिना वैक्सिनेशन 12वी की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए पिछले परफॉर्मेंश के आधार पर उनका आंकलन किया जाए।
जुलाई और 26 अगस्त में हो सकती है 12वीं की परीक्षा दूसरी तरफ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( CBSE ) ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच कराने का प्रस्ताव रखा है। सीबीएसई के प्रस्ताव के मुताबिक सितंबर में रिजल्ट घोषित किया जाएगा। साथ ही बोर्ड ने दो विकल्प भी दिए हैं। इनमें एक में 19 प्रमुख विषयों के लिए अधिसूचित केंद्रों पर नियमित परीक्षाएं कराना या छात्रों के अध्ययन वाले स्कूलों में ही अल्पावधि की परीक्षाएं कराने के विकल्प शामिल हैं।
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