21 अगस्त तक बढ़ाया ज्वाइंनिंग का समय शासकीय स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां फाइनल हो गई हैं। 17 अगस्त को अंतिम दिन तक एक हजार शिक्षकों की ही ज्वाइंनिंग हो सकी है। शेष शिक्षकों की ज्वाइंनिंग के लिए शासन ने 21 अगस्त तक समय सीमा बढ़ा दिया है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभी भी कइयों की पोर्टल पर नियुक्ति प्रक्रिया उलझी हुई है। कई अतिथि शिक्षक शनिवार को जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे थे। दोपहर एक बजे तक त्रुटि को ठीक कराने बाबू के आने का इंतजार करते रहे।
1400 से अधिक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति जिले में 1400 से अधिक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पोर्टल के जरिए की गई। शासन ने एक अगस्त से 17 अगस्त तक नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ज्वाइन करने की डेडलाइन दी। इस बीच कई बार पोर्टल बंद होने से प्रक्रिया लंबे समय से अटकी रही। सात अगस्त के बाद प्रक्रिया शुरू होकर पूरी हुई। शनिवार को अंतिम दिन तक करीब एक हजार शिक्षकों की ज्वाइंनिंग की प्रक्रिया भी पूरी हो गई। अभी तक 400 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति पूरी नहीं हो सकी है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचे। अतिथि शिक्षकों को बाबू को बताया कि पोर्टल पर रिफ्रेश नहीं होने से ज्वाइंनिंग नहीं हो पा रही है। डीइओ कार्यालय में इन समस्याओं को दूर किया गया। शासन ने ऐसे शिक्षकों के लिए रक्षा बंधन त्योहार को देखते हुए 21 अगस्त तक ज्वाइंनिंग का समय बढ़ा दिया है।
पंद्रह अगस्त बीतने के बाद भी शैक्षणिक कार्य प्रभावित चालू शैक्षणिक सत्र में पंद्रह अगस्त बीतने के बाद भी रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियां पूरी नहीं हो सकीं। एक अगस्त से रिक्त पदों पर नियुक्त की प्रकिया शुरू हुई है। अभी तक रिक्त पदों पर शत प्रतिशत शिक्षकों ने ज्वाइंनिंग नहीं की है। ऐसे में छात्रों के अध्यापन कार्य पूरी क्षमता से शुरू नहीं हो सकी है। कई शिक्षकों ने कहा कि अध्यापन कार्य शुरू है। रक्षा बंधन त्योहार के बाद पूरी क्षमता से कक्षाएं शुरू होंगी। अभी तो प्रवेश के साथ अन्य कागजी प्रक्रिया चल रही है।
वर्जन पोर्टल पर अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो गई है। ज्वाइंनिंग की प्रक्रिया चल रही है। जिन शिक्षकों की ज्वाइंनिंग अभी तक नहीं हुई है शासन ने ऐसे शिक्षकों के लिए 21 अगस्त तक समय बढ़ा दिया है। निर्धारित तिथि के भीतर ज्वाइंनिंग कर शैक्षणिक कार्य शुरू करेंगे।
पीएस सोलंकी, जिला शिक्षा अधिकारी