इस दौरान प्राकृतिक आपदा में 343 लोगों की मौत भी हो गई है। उन्होंने मंडी में एक मंत्रिस्तरीय केंद्रीय दल के साथ बैठक में कहा कि लोक निर्माण विभाग को भारी नुकसान हुआ है। सड़कों और पुलों का अनुमानित नुकसान 930 करोड़ रुपये का है।
ठाकुर ने कहा कि राज्य में भूस्खलन की 405 और बादल फटने की 34 घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा कि सिंचाई और जन स्वास्थ्य विभाग को 430 करोड़ रुपये, वहीं कृषि फसलों का 130.37 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने और मौसम संबंधी सड़क दुर्घटनाओं में 343 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि तीन सितंबर से एक अक्टूबर के बीच चंबा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों में फंसे 4,033 लोगों को बचाकर निकाला गया। मुख्यमंत्री ने मंत्रिस्तरीय दल से नुकसान को देखते हुए केंद्र से अधिकतम आर्थिक मदद की सिफारिश करने का आग्रह किया।