1.ये पर्व 16 दिनों का होता है। हालांकि व्रत इसमें अष्टमी पर ही रखा जाता है। स्त्रियां इतने दिनों तक पूजा के नियमों का पालन करती हैं। इस बीच मां लक्ष्मी और देवी राधा की पूजा होती है।
2.देवी राधा को मां लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करना शुभ माना जाता है। 3.जो महिलाएं गुणवान और सुंदर पति की इच्छा रखती हैं उन्हें राधाष्टमी के दिन किसी कृष्ण मंदिर में हल्दी, चंदन और कुमकुम चढ़ाना चाहिए।
4.राधाष्टमी के दिन सुहागिन स्त्रियों को श्रृंगार का सामान भेंट करना चाहिए। इससे पारिवारिक संबंध मधुर बनते हैं। 5.अगर किसी को संतान प्राप्ति में दिक्कतें आ रही हैं तो उन्हें राधाष्टमी के दिन राधा कुंड में स्नान करना चाहिए। इसके अलावा आप तुलसी पत्ते में चंदन लगाकर राधा जी और श्रीकृष्ण को चढ़ाएं।
6.अपने प्रेम को पाने के लिए राधाष्टमी के लिए एक भोजपत्र पर सफेद चंदन से अपना और अपने प्रिय का नाम लिखें। अब इस भोजपत्र को राधा-कृष्ण मंदिर में रख दें। ऐसा करने से आपको आपका प्यार मिल जाएगा।
7.वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए राधाष्टमी के दिन 16 कपूर चढ़ाएं। अब रात को अपने बेडरूम में उन कपूर को एक-एक करके जलाएं। 8.सुख-समृद्धि पाने के लिए राधाष्टमी को तुलसी की माला से राधा जी के किसी भी सिद्ध मंत्र का 108 बार जाप करें।
9.मनचाही नौकरी पाने या बिजनेस में कामयाब होने के लिए आज शाम पूजा के समय एक रुपए का सिक्का अपने हाथ में रखकर “ॐ राधा कृष्णाय नमः” मंत्र 21 व 51 बार जाप करें। अब इसे मां लक्ष्मी के चरणों में रख दें। पूजन के बाद इसे अपने पास रख लें। इससे आपका काम बन जाएगा।
10.नजर दोष से बचने के लिए राधाष्टमी के दिन देवी राधा का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें।