1.बही खातों की पूजा करते समय पुराने खाते को लाल कपड़े में करके अलग रख लें। अब नए खाता पुस्तकों को रखें। 2.बही खाते को रखने के बाद इसमें लाल चंदन या कुमकुम से स्वास्तिक का चिह्न बनाना चाहिए। इसके बाद स्वास्तिक के ऊपर श्री गणेशाय नमः लिखना चाहिए।
3.पूजा स्थान पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति रखें। अब उन्हें पान और सुपारी चढ़ाएं। 4.अब एक थैली बनाएं इसमें हल्दी की पांच गांठे, कमलगट्ठा, अक्षत, दुर्गा, धनिया व दक्षिणा रखकर, थैली में भी स्वास्तिक का चिन्ह लगाकर सरस्वती मां का स्मरण करना चाहिए।
5.पूजा स्थान पर नवग्रह यंत्र रखें। इसमें तिलक लगाने के बाद यहां सोने या चांदी का एक सिक्का रखें। 6.वैसे आज के दिन मिट्टी की मूर्ति स्थापित करनी। आप चाहे तो अष्टधातु की मूर्ति भी स्थापित कर सकते हैं।
7.भगवान की स्थापना के समय उनका दूध, दही, और गंगाजल से अभिषेक जरूर कराएं। 8.व्यापार में तरक्की के लिए लक्ष्मी-गणेश का चंदन से श्रंगार करें। देवी मां को लाल चंदन चढ़ाएं। 9.बही खाते की पूजा के समय पूजा स्थान पर पंचमुखी दीपक जलाएं।