शव का नीचे का भाग बोरे में, ऊपर की तरफ प्लास्टिक लगा रखी थी तथा ऊपर से चद्दर लगा रखी थी। आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर मृतक को नहीं पहचान पाए। पुलिस ने शव को राजकीय चिकित्सालय सागवाड़ा की मोर्चरी में रखवाया।
बाद में शव की शिनात चीतरी थानान्तर्गत दिवड़ा बड़ा के डेरिया फला निवासी नरेश (45) पुत्र धुला रोत के रूप में की। मृतक की पत्नी काली रोत ने दी रिपोर्ट में बताया कि नरेश रोत बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे मोटर साइकिल लेकर घर से निकला था तथा रात में घर नहीं लौटा। नरेश रोत के बाएं कान पर चोट का निशान था।
वहीं बाई आंख के ऊपर भी चोट और दाहिने एवं बाएं कंधे पर खून निकला हुआ था। परिजनों ने नरेश की हत्या कर बोरे में भरकर माही नदी में फेंके जाने की आशंका जताई है। काली ने हत्यारों को गिरतार करने की मांग की है।