खुद के लिए निकालें समय
सिर्फ काम ही काम करते रहने से आपकी सेहत बिगड़ सकती है और तनाव के कारण ब्लड प्रेशर(बीपी)अनियंत्रित हो सकता है। आपको अपने शरीर और मन को रिलेक्स रखने की कोशिश करनी चाहिए। ऑफिस की थकान और भागदौड़ को कम करके सेहत के पहलू के बारे में भी विचार करना चाहिए। काम के दौरान आप थोड़ा समय खुद के लिए निकालें और अपने मनपसंद काम करें। मल्टीटास्किंग बनने की बजाय एक बार में एक काम करने की कोशिश करें। काम में जल्दबाजी ना करें, हड़बड़ाहट बेचैनी व हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती है।
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व्यायाम को आदत बना लें
हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिल की रक्त नलिकाओं में चर्बी का जमाव होने लगता है। इससे दिल के लिए जाने वाले खून का बहाव कम हो जाता है। इससे बचने के लिए आपको ऑफिस में काम के दौरान हल्का-फुल्का व्यायाम करना चाहिए। इससे वसा आसानी से पच जाती है। आप ऑफिस और घर दोनों जगह पर अपने काम खुद करने की आदत डालेंं। आप चाहें तो रोजाना आधा घंटा मेडिटेशन या योगा भी कर सकते हैं। ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर सिगरेट, शराब, गुटखा और तंबाकू आदि का सेवन ना करें व डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं को नियमित रूप से लें।
नमक-चीनी ज्यादा नहीं
डॉक्टर जी.डी. रामचंदानी के अनुसार कई लोग अक्सर ऑफिस में काम करते हुए तंबाकू, गुटखा आदि खाते हैं, इससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू का सेवन ना करें और खाने में नमक और चीनी का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें। नमक में पाए जाने वाला सोडियम आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है इसलिए एक दिन में नमक की छह ग्राम से ज्यादा मात्रा ना लें।
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पैदल चलने का फायदा
पैदल चलने से बीपी काफी हद तक नियंत्रित रहता है। हर जगह अपने वाहन से जाने की बजाय पैदल चलने की आदत बनाए रखें। इसके साथ ही आपको समय-समय पर डॉक्टर से हेल्थ चेकअप करवाते रहना चाहिए। शरीर से जुड़ी छोटी-छोटी बातों पर भी गौर करना चाहिए। सिरदर्द, चक्कर आने की समस्या पर खुद ही दवाई लेने की बजाय डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
डाइट में बदलाव
अगर आप वसायुक्त भोजन करते हैं तो बीपी अनियंत्रित हो सकता है। इसलिए जंकफूड से दूर रहने की कोशिश करें। जंकफूड की बजाय अपने भोजन में अंकुरित आहार को शामिल करें। अंकुरित दालों का सेवन आपकेशरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
नियमित चेकअप
अक्सर लोग खुद ही मान लेते हैं कि उनका बीपी नॉर्मल है। ऐसे भ्रम में ना रहें और नियमित चेकअप कराएं क्योंकि कई बार मरीज में इसके लक्षण पता ही नहीं चल पाते। बीपी,किडनी, आंखों, दिमाग और दिल को भी प्रभावित करता है इसलिए भी रेगुलर चेकअप कराना जरूरी होता है।
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इन्हें है खतरा
आंखों में खून उतरना और नाक से खून निकलना चेतावनी की तरह हैं। ऐसे मरीजों की धमनियां फटने या ब्रेन हैम्रेज की आशंका ज्यादा रहती है।
जान लें सच्चाई
कई बार मरीज सोचते हैं कि बीपी की एक गोली लेने से ही काम चल जाएगा लेकिन इससे बीपी ठीक नहीं हो पाता।
सूप, सलाद, नींबू पानी, नारियल पानी, काला चना, लोबिया, अलसी, गाजर, पत्ता गोभी, ब्रोकली, पालक, कटहल, टमाटर, लहसुन, पत्तेदार सब्जियां व फल खाएं।10 गिलास पानी रोज पीएं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।