हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और अनियंत्रित कोलेस्ट्रॉल इन चारों के संयुक्त रूप को मेटाबॉलिक सिंड्रोम कहते हैं। इसे सिंड्रोम एक्स भी कहा जाता है। लेकिन इन चारों में से यदि कोई एक ही कारक शरीर में मौजूद हो तो इसे मेटाबॉलिक सिंड्रोम नहीं कहा जाएगा। एक से अधिक रोगों की मौजूदगी में ही इसे सिंड्रोम माना जाता है। इन रोगों की वजह से शरीर में हार्ट डिजीज और स्ट्रोक जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है।
एेसे करें बचाव
मेटाबॉलिक सिंड्रोम की बीमारी से बचाने के लिए लिए हमें अपनी डाइट में बदलाव और नियमित व्यायाम की जरूरत होती है।इस बीमारी काे कंट्राेल करने के लिए खानपान में संतुलित आहार जिसमें प्राेटिन, फाइबर अच्छी मात्रा में हाे , का सेवन करना चाहिए। किसी प्रकार के नशे दूर रहना भी जरूरी है। राेज सुबह-शाम तेज पैदल चाल, ब्रिक्स वाॅॅॅक जैसी हेल्दी एक्टिविटी करते रहें।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम की बीमारी से बचाने के लिए लिए हमें अपनी डाइट में बदलाव और नियमित व्यायाम की जरूरत होती है।इस बीमारी काे कंट्राेल करने के लिए खानपान में संतुलित आहार जिसमें प्राेटिन, फाइबर अच्छी मात्रा में हाे , का सेवन करना चाहिए। किसी प्रकार के नशे दूर रहना भी जरूरी है। राेज सुबह-शाम तेज पैदल चाल, ब्रिक्स वाॅॅॅक जैसी हेल्दी एक्टिविटी करते रहें।