Colon cancer in young adults : भारत में स्थिति
खुशखबरी यह है कि भारत में यह दर 50 देशों में सबसे कम है। हालांकि, हमें इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं होना चाहिए। बदलती जीवनशैली और खानपान की आदतों के कारण भारत में भी यह समस्या भविष्य में बढ़ सकती है।Colon cancer : कारण क्या हैं?
इस बढ़ती समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:- असंतुलित आहार: फास्ट फूड, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और रेड मीट का अधिक सेवन।
- शारीरिक गतिविधि की कमी: व्यस्त जीवनशैली के कारण लोग शारीरिक गतिविधियों से दूर होते जा रहे हैं।
- मोटापा: बढ़ता मोटापा भी कोलन कैंसर का एक प्रमुख कारण है।
- धूम्रपान: धूम्रपान कोलन कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
- आनुवंशिक कारक: कुछ लोगों में कोलन कैंसर का खतरा आनुवंशिक कारणों से भी होता है।
Colon cancer : लक्षण क्या हैं?
कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। इनमें शामिल हैं:- मल में खून आना
- पेट में दर्द या ऐंठन
- मल त्याग की आदतों में बदलाव
- बिना किसी कारण के वजन कम होना
- थकान महसूस होना
Colon cancer : रोकथाम कैसे करें?
कोलन कैंसर को रोकने के लिए हम कुछ सावधानियां बरत सकते हैं, जैसे:- संतुलित आहार लें: फलों, सब्जियों और फाइबर से भरपूर आहार लें।
- शारीरिक गतिविधियां करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: मोटापे से बचें।
- धूम्रपान न करें: धूम्रपान छोड़ दें।
- नियमित जांच करवाएं: 50 साल की उम्र के बाद नियमित रूप से कोलोनोस्कोपी करवाएं।
यह भी पढ़ें : How to make hair thick and strong : बालों को घना और मजबूत बनाती हैं ये 5 चीजें , जान लीजिए उपयोग करने का तरीका अंत में, याद रखें कि कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। यदि आपको कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अधिक जानकारी के लिए आप निम्नलिखित वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
- स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट
- भारतीय कैंसर सोसाइटी की वेबसाइट
- विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट