उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम में कहा—
“सबसे बड़ी बीमारी क्या है? भ्रामक प्रचार! राजनीति में दुष्प्रचार तो आपने बहुत देखा होगा, लेकिन सिकल सेल जैसी बीमारी को लेकर दुष्प्रचार नहीं होना चाहिए। उसे रोकने के लिए सभी को सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए।”
“सबसे बड़ी बीमारी क्या है? भ्रामक प्रचार! राजनीति में दुष्प्रचार तो आपने बहुत देखा होगा, लेकिन सिकल सेल जैसी बीमारी को लेकर दुष्प्रचार नहीं होना चाहिए। उसे रोकने के लिए सभी को सकारात्मक रवैया अपनाना चाहिए।”
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कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव, सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, मंत्री प्रह्लाद पटेल आदि भी उपस्थित थे। इससे पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने डुमना एयरपोर्ट पर उपराष्ट्रपति का स्वागत किया और इसके बाद वे डिंडोरी पहुंचे।
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम डॉ. मोहन यादव, सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, मंत्री प्रह्लाद पटेल आदि भी उपस्थित थे। इससे पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने डुमना एयरपोर्ट पर उपराष्ट्रपति का स्वागत किया और इसके बाद वे डिंडोरी पहुंचे।
डिंडोरी में आयोजित कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने उदबोधन में सिकल सेल उन्मूलन के लिए एमपी के राज्यपाल मंगु भाई पटेल की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मंगुभाई का दिल आदिवासियों और जनजातियों के लिए धड़कता है। वे कागजी काम नहीं बल्कि जमीन पर जाकर काम करते हैं। सिकल सेल उन्मूलन के उनके कार्य के लिए मैं उनके समक्ष नतमस्तक हूं। वे साधुवाद के पात्र हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिकल सेल उन्मूलन और ट्राइबल के विकास पर अपना फोकस किया। उपराष्ट्रपति ने आशा जताई कि जल्द ही भारत विकसित राष्ट्र बनेगा और मध्यप्रदेश का देश की आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था में बहुत बड़ा योगदान होगा। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति भवन में हर्बल पार्क की स्थापना में डिंडौरी का विशेष योगदान होगा।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम में बताया कि एमपी में अभी तक 55 लाख ट्राइबल लोगों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 18 हजार मरीज मिले जबकि 1 लाख लोग सिकल सेल के वाहक हैं। इस खतरनाक रोग से सभी लोगों को मुक्त कराना ही हमारा लक्ष्य है।
कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने आदिवासियों की बहादुरी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने कभी गुलामी को स्वीकार नहीं किया। सीएम मोहन यादव ने रानी दुर्गावती व रानी अवंतीबाई की वीरता का उल्लेख करते हुए उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम में छोटी बच्चियों ने परंपरागत नृत्य प्रस्तुत किया। आदिवासी नृत्य देखकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ खुद को रोक नहीं सके और बच्चियों के साथ खूब थिरके। सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी उनका बखूबी साथ निभाया। डॉ. मोहन यादव ने बाद में इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला।