नगर परिषद के वार्ड नम्बर 8 में सैंपऊ रोड स्थित आनंद नगर कॉलोनी में पिछले आठ महीने से स्थानीय वासी गांव से भी बदतर स्थिति में रह रहे हैं। यहां पर लगभग 80 मकानों के लोगों को निकलने के लिए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इस समस्या को लेकर यहां के लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर नगर परिषद के अधिकारियों को शिकायत पत्र देकर समस्या को दूर करने की गुहार लगाई थी। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। तो कॉलोनी के 15 लोगों ने न्यायालय का सहारा लिया। दो सप्ताह पहले उन्होंने स्थाई लोक अदालत में परिवाद प्रस्तुत किया था। जिसके बाद स्थाई लोक अदालत में इसकी सुनवाई 8 फरवरी को हुई थी। जहां पर कॉलोनी के वकील ने स्थाई लोक अदालत के जज सुरेश प्रकाश भट्ट के समक्ष समस्या रखा। जिसके बाद उन्होंने जिला प्रशासन व नगर परिषद के अधिकारियों को मौका निरीक्षण करने के लिए पाबंद किया था। जिस पर लोक अदालत के जज भट्ट यहां कॉलोनी में समस्या जानने पहुंचे। यहां पर जिला प्रशासन व नगर परिषद की टीम मौके पर मिली। सभी को 15 दिन में समस्या समाधान करने की हिदायत दी है। इसके बाद स्थिति नहीं सुधरी तो प्रतिदिन के हिसाब के जुर्माना लगाने की नगर परिषद को चेतावनी दी।
सीवरेज का पानी सडक़ों पर आया आनंद नगर कॉलोनी में सीवरेज का पानी सडक़ों पर बह रहा है। जिससे यहां दुर्गंध फैली हुई है। सडक़ से लेकर मकानों में बिना मुंह बंद किए कोई रह नहीं पाता है। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। जलभराव की समस्या के चलते रिश्तेदारों ने अपने लोगों के घर पर आना बंद कर दिया है। कॉलोनी की सभी सडक़ो पर सीवरेज ओवर फ्लो होकर सडक़ों पर बह रहा है।
मेहनत की कमाई से बनाया मकान, पड़ी दरारें इस महंगाई के दौर में घर बनाने के लिए व्यक्ति अपनी बचत की कमाई मकान बनाने में लगा देता है। जिससे उनके परिवार के रहने के लिए एक छत हो जाए। लेकिन यहां कॉलोनी में दर्जनों मकानों की दीवारों में दरारें पड़ गई हंै। जिससे घर में निवास कर रहे लोगों को डर है कि कहीं मकान की नीव ढह न जाए। इसके साथ ही फर्श सभी के घस गए। सोमवार को जब लोक अदालत के जज पहुंचे तो उन्होंने घर में जाकर लोगों का दर्द सुना।
किराएदारों ने किया पलायन आनंद नगर कॉलोनी में बने मकान में किराए पर रहे लोगों ने जलभराव समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने किराए के मकान से पलायन करके दूसरी जगह चले गए। मकान स्वामी का कहना हैं कि पूरी कमाई मकान को बनाने में लगा दी। उनके बाद लोन की किस्त को चलाने के लिए मकान किराए पर भी उठाया था। लेकिन जलभराव के चलते किराएदार मकान से पलायन करके चले गए।
15 दिन से नहीं उठा कचरा कॉलोनी में साफ-सफाई के लिए 15 दिनों से सफाईकर्मी नहीं पहुंचे। जिससे कचरा पात्र में कूड़े का ढेर लगा हुआ था। इसको लेकर लोगों में आक्रोश बना हुआ था। इस समस्या को लेकर पहुंचे अधिकारियों को लोगों ने अपना दर्द सुनाया। लोग बोले यहां साहब आप रहकर देख तो कितनी मुश्किलों में जीना पड़ रहा है। हर जगह गंदगी से संक्रमण फैलने का डर बना रहता है।
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