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धौलपुर

वर्षा के प्रथम नक्षत्र आद्र्रा का हुआ प्रारंभ, 27 से अच्छी बारिश के आसार

– 35 साल के बाद 13 दिन का पड़ रहा है आषाढ़ कृष्ण पक्ष, 5 जुलाई तक नहीं होंगे शुभ कार्य

धौलपुरJun 26, 2024 / 06:39 pm

Naresh

वर्षा के प्रथम नक्षत्र आद्र्रा का हुआ प्रारंभ, 27 से अच्छी बारिश के आसार The first constellation of rain, Adra, has started, chances of good rain from 27th
– 35 साल के बाद 13 दिन का पड़ रहा है आषाढ़ कृष्ण पक्ष, 5 जुलाई तक नहीं होंगे शुभ कार्य

धौलपुर. वर्षा ऋतु का प्रथम माह आषाढ़ कृष्ण पक्ष का प्रारंभ हो गया है। इसके साथ ही वर्षा ऋतु का प्रथम नक्षत्र आद्र्रा नक्षत्र का प्रारंभ भी गत दिवस से हो चुका है। यह नक्षत्र शुभ एवं शुक्ल योग में प्रारंभ हुआ है। इसकी अवधि 5 जुलाई तक रहेगी। इसलिए आद्र्रा नक्षत्र पूरे आषाढ़ कृष्ण पक्ष को भोगेगा।
इस वर्ष आषाढ़ कृष्ण पक्ष 13 दिन के होने के कारण शुभ नहीं माना गया है। वर्षा की दृष्टि से कहीं-कहीं पर अधिक वर्षा से जन धन हानि संभावित होगी और कहीं पर वर्षा में विलंब होने से कृषि पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। 13 दिन के पक्ष का फल शास्त्रों में शुभ नहीं कहा गया है। इसे दुरुयोग के नाम से भी जाना जाता है। इसके चलते महंगाई, प्रा$कृतिक आपदा, रोग संक्रमण में वृद्धि, व्यर्थ के विवादों की स्थितियां यत्र-तत्र देखने को मिलेंगी। आषाढ़ कृष्ण 25 साल बाद 13 दिन का देखने को मिल रहा है। धौलपुर जिला की राशि धनु है, इसलिए इस पक्ष में ग्रह स्थिति कन्या राशि के अनुकुल होने से 13 दिन के पक्ष का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा।
ज्योतिषाचार्य कृष्णदास के अनुसार सूर्य दक्षिणायान होने के साथ शुक्ल व ब्रह्म योग में आद्रा नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। इन ग्रहीय स्थितियों में संकेत मिल रहे हैं कि इस बार सामान्य से अच्छी बारिश होगी। वर्षाकाल की शुरुआत सूर्य के आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ मानी गई है। आद्र्रा से लेकर हस्त नक्षत्र तक कुल आठ नक्षत्र बारिश के माने गए हैं। हर नक्षत्र 15 दिन का होता है जिसमें वर्षा होती है। इस तरह 120 दिन का वर्षाकाल होगा। आद्र्रा नक्षत्र के प्रारंभ काल के छह दिन बाद रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण में देव गुरु बृहस्पति पुनर्वसु नक्षत्र में शुक्र, कर्क राशि में बुध एवं शनि का वक्री होना यह सभी आकाशीय घटनाएं 27 से 29 जून तक होंगी। पोराणिक मान्यता यह भी है कि इसी दिन वैवस्वत मन्वंतर की शुरुआत हुई थी। इस वर्ष आषाढ़ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा का प्रारंभ 22 जून शनिवार से हो गया है। 1 दिन का आषाढ़ कृष्ण पक्ष 23 जून से 5 जुलाई तक रहेगा। यह पक्ष श्राद्ध पक्ष की तरह ही अशुभ माना गया है।
दिन छोटे और रात लंबी होने लगेंगी

आद्र्रा प्रवेश के दौरान बन रही कुंडली के हिसाब से मेष लग्न में वर्षा है। ज्योतिर्विद कृष्णदास ने बताया कि सूर्य से आगे मंगल रहेगा और गुरु, राहू साथ होने तथा बुध, शुग्र, मंगल, गुरु के एक ही नाड़ी के नक्षत्रों में होने से अच्छी बारिश होगी। पुष्य, अश्लेषा और मघा नक्षत्र में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। वहीं दिन छोटे और रात लंबी होने लगेंगी।

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