फेरोकवर और पटिया उठाए बिना हो रही सफाई शहर में कई स्थानों पर संबंधित फर्म के लोग सफाई कार्य के दौरान पल्ला अधिक झाड़ रहे हैं। कई स्थानों पर तो बिना फेरोकवर उठाए ही सफाई कर दी गई। केवल नाले व नाली में डंडा डाल कर थोड़ा बहुत कचरे को बाहर निकल लिया जाता है, जो मुंहाने पर साफ दिखता है लेकिन अंदर की तरफ उसमें गाद भरी होने से गंदे पानी का फ्लो नहीं बन पाता। बरसात के दौरान आधी अधूरी सफाई आमजन के लिए परेशानी का सबब बनती है।
पुरानी नगर परिषद भवन के पास ही बुरा हाल शहर में नालों की सफाई की हकीकत जानने के लिए आपको ज्यादा नहीं घूमना पड़ेगा। पुराने नगर परिषद भवन के पास नालियों कचरे से अटी पड़ी हैं। इसमें महीनों से सफाई तक नहीं हुई। ये नजारे कई जगह दिख जाएंगे। लेकिन जिम्मेदारों को नजर नहीं आ रहे। वे सिर्फ सफाई कराने का दावा ठोक रहे है। अगर इसी तरह सफाई हुई तो बरसात में जलभराव होने की आशंका है।