dholpur, सैंपऊ कस्बा निवासी दुग्ध व्यवसायी महेंद्र सिंह परमार के पास पोते के अपहरण का फोन आने से हडक़ंप मच गया। फोन मां के नम्बर पर आया था। दरअसल बेटा पीयूष पुत्र रिंकू सुबह घर से विद्यालय गया हुआ था। तभी मां के नंबर पर पुलिस की वर्दी लगी आईडी जिसका इंटरनेशनल कोड पाकिस्तान का था उससे व्हाट्सएप कॉल आया। फोनकर्ता ने बेटे के अपहरण होने की बात कही। इस दौरान फोन पर रोते हुए बच्चे की आवाज भी आ रही थी। जिससे परिजनों में हडक़ंप मच गया। फोनकर्ता ने पीयूष को अपहरण से मुक्त कराने के लिए 10 लाख रुपए की डिमांड की। फोनकर्ता ने 10 लाख की रकम भेजने के लिए एक नम्बर दिय जो भारत का था।
पीडि़त ने तत्काल थाने पहुंच कर घटना की पुलिस को जानकारी दी। पुलिस जांच में कॉल फ्रॉड पाया गया। थाना अधिकारी गंभीर सिंह ने परिजनों को फ्रॉड कॉल के बारे में जानकारी देते हुए समझाइश की गई। घटना को लेकर पुलिस को जानकारी देने से पीडि़त ठगी का शिकार होने से बच गया है। थाना अधिकारी ने पाकिस्तान से आ रहे फ्रॉड कॉल को लेकर जनता से अपील भी की है। इस दौरान थाना अधिकारी गंभीर सिंह ने लोगों से कहा कि इस तरह के कॉल आने पर तत्काल पुलिस को सूचना दें। किसी भी तरह के अपहरण या अन्य मामले में फंसाने के लिए पुलिस अधिकारी बनकर किए जाने वाले कॉल को लेकर गुमराह ना हो।
धौलपुर में भी एक व्यक्ति के पास आया फोन बता दें कि धौलपुर निवासी उत्तमचंद गोयल के पास रविवार सुबह अज्ञात कॉल आया। फोनकर्ता ने स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताते हुए एक केस में उनके पुत्र को पकड़े जाने की बात कही। पुत्र को छोडऩे की एवज में 40 हजार रुपए की मांग की। दोनों के बीच करीब 7 मिनट बात हुई। फोनकर्ता की बाद में पुलिस को जानकारी दी गई। यह कॉल भी पाकिस्तान के नम्बर आया था।