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धौलपुर

Free Ration: रसद विभाग मेहरबान, एक परिवार को आवंटित कर दी 3 राशन की दुकान; ऐसे हुआ खुलासा

जिला रसद विभाग के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर एक ही परिवार में तीन व्यक्तियों को राशन की दुकान आवंटित कर दी।

धौलपुरSep 30, 2024 / 03:26 pm

Lokendra Sainger

सरकार राशन प्रणाली को डिजिटल बनाने में लगी हुई है। जिससे गरीबों के हक का राशन कोई छीन नहीं सकें। जिसके लिए हर व्यक्ति की केवाईसी कराई जा रही है। जिसका कार्य तेजी से चल रहा है। लेकिन वहीं दूसरी सरकार बेखबर बनी रही और जिला रसद विभाग के अधिकारियों ने नियमों को एक तरफ ताक पर रखकर एक ही परिवार में तीन व्यक्तियों को राशन की दुकान आवंटित कर दी। वहीं कुछ महीनें पहले ही इन तीन राशन डीलर पर तीन दुकानों का अटैंचमेंट भी लगा दिया गया।
सरकार गरीबों को राशन देने के लिए आधार कार्ड से लेकर पेन कार्ड का सत्यापन कराकर कुंडली निकलाने में लगी हुई है। जिससे अपात्र व्यक्ति को राशन ना मिलें। वहीं अब कार और कर दाता की जानकारी भी विभाग आधार कार्ड का सत्यापन कराकर निकाल रहा है। लेकिन यहां जिला रसद विभाग के अधिकारी और राशन डीलर की सांठगांठ अब चर्चा का विषय बन गई है। शहर में एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों को राशन की दुकान आवंटित कर दी। जो अब राशन वितरण कर रहे है। लेकिन इसमें इन दुकानों का संचालन केवल एक ही व्यक्ति ही कर रहा है।
वहीं, राशन की दुकान का संचालन के लिए उसी वार्ड का निवासी भी होना सरकार के नियमों में लिखा होना आवश्यक है। लेकिन इस बात की भनक राजस्थान सरकार के उच्चाधिकारियों तक नहीं पहुंच सकीं। जिसके चलते दुकानों का संचालन एक ही व्यक्ति कर रहा है। इन तीनों राशन की दुकानों पर एक-एक राशन की दुकान का अटैंचमेंट भी लगा हुआ है।

नियमों को किया दरकिनारा

राशन की दुकान का संचालन करने के लिए अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर दुकानों का संचालन शुरू कर दिया। सरकार ने जब केवाईसी हर कार्ड के सदस्य की करानी शुरू की तो मामला सामने आया। जिसमें एक ही परिवार में अलग-अलग व्यक्ति को नियमों को दरकिनारा करके राशन की दुकान आवंटित कर दी। जो अब रसद विभाग के राशन डीलरों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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डीलर के बिना 13 साल तक दुकान का संचालन

क्षेत्र के सरमथुरा में राशन डीलर नीतू सिंह के नाम राशन की दुकान आवंटित थी। नीतू की शादी 2010 में सवाई माधोपुर में हो गई थी। लेकिन रसद विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इस दुकान का संचालन होता रहा। 2023 में शिकायत हुई तो मामला बढ़ता देख अधिकारियों ने राशन डीलर नीतू का लाइसेंस निरस्त कर दिया। अधिकारियों के संरक्षण में 13 साल तक दुकान बिना डीलर के संचालित होती रही। अब इस दुकान पर बकाया रिकवरी भी निकल रही।
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केस 1

शहर में राशन डीलर एफपीएस 30886 का संचालन दीक्षा शर्मा पुत्री राम मोहन शर्मा वार्ड 24 में राशन की दुकान का संचालन करती है। दीक्षा की शादी हो चुकी है। जिसके बाद भी दुकान उनके नाम से संचालित हो रही है। जबकि आवेदक वार्ड का मूल निवासी होना चाहिए, लेकिन यहां पर नियम अधिकारियों ने लागू नहीं किए। अब इस दुकान का संचालन प्रखर करते है।

केस 2

एफपीएस 19004 राशन की दुकान प्रखर शर्मा पुत्र राम मोहन शर्मा, वार्ड नम्बर 15 से राशन डीलर है। लेकिन प्रखर मूल निवास वार्ड नम्बर 14 से करते है। राशन की दुकान का संचालन करने के लिए उस वार्ड का निवासी होना चाहिए। लेकिन प्रखर अधिकारियों के संरक्षण में दुकान का संचालन अपने वार्ड 14 से करते है। जबकि यह डीलर वार्ड 15 से बनाएं गए है।

केस 3

एफपीएस 19008 राशन की दुकान रोशनी शर्मा पत्नी प्रखर शर्मा के नाम से है। इस दुकान का संचालन धौलपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति में सचिव लता शर्मा है। इसमें सदस्य रोशनी शर्मा है। जो वार्ड 25 नम्बर से राशन डीलर है। रोशनी और प्रखर शर्मा का एक ही राशन कार्ड है, जो राशन दुकान का संचालन करने से पहले ही बनाया गया है।
मेरे सामने अभी ऐसा कोई मामला नहीं आया है। एक ही परिवार के व्यक्ति अलग-अलग राशन की दुकान संचालित करते है। तो इसकी जांच कराई जाएगी। जिसके बाद आगें विभागीय कार्रवाई की जाएगी।- राहुल राज जादौन, जिला रसद अधिकारी धौलपुर

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