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धौलपुर

पर्यटन स्थलों की अनदेखी, फिर कैसे आएंगे पर्यटक

देश में राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र में अपनी अलग पहचान है लेकिन धौलपुर जिले में यह तस्वीर धुंधली पड़ रही है। जिलेभर में एक दर्जन करीब पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटन के लिए खासे महत्व रखते हैं लेकिन इनकी अनदेखी की जा रही है।

धौलपुरSep 27, 2024 / 09:49 pm

rohit sharma

धौलपुर. मचकुण्ड सरोवर।

धौलपुर. देश में राजस्थान का पर्यटन क्षेत्र में अपनी अलग पहचान है लेकिन धौलपुर जिले में यह तस्वीर धुंधली पड़ रही है। जिलेभर में एक दर्जन करीब पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटन के लिए खासे महत्व रखते हैं लेकिन इनकी अनदेखी की जा रही है। जिले में जो भी थोड़े बहुत पर्यटक पहुंचते हैं वे तीर्थराज मचकुण्ड सरोवर और चंबल साइट तक आते हैं। जबकि जिले के अन्य पर्यटन स्थलों पर स्वयं जिम्मेदारों ने भी ध्यान देना ही छोड़ दिया है। ऐतिहासिक शेरगढ़ किले की एक दीवार हाल में ढह गई। मरम्मत के अभाव में किले की हालत जर्जर बनी हुई है। पुरातत्व विभाग ने केवल अपना बोर्ड लगाकर छोड़ दिया है।
इन्हें नहीं मिल पाई पहचान

जिले में कई पर्यटन स्थल हैं जो अभी पर्यटकों से दूर बने हुए हैं। वन विहार, तालाबशाही, लोड्स गार्डन, शेरगढ़ किला, खानपुर महल, चोपड़ा मंदिर, रामसागर अभयारण्य इत्यादि हैं। इसके अलावा चंबल नदी की साइट्स भी पर्यटकों को लुभाती है लेकिन यहां सुविधाएं नहीं होने से पर्यटक नहीं पहुंच पाते हैं।
देशी पर्यटकों की भीड़ रही संख्या

बता दें जिले में देशी पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जनवरी से अगस्त तक जिले में ९८ हजार ७५० पर्यटक धौलपुर आ चुके हैं। वहीं, विदेशी पर्यटकों की संख्या ९०५ रही। जबकि गत वर्ष २०२३ में ५० हजार ३३४ देशी पर्यटक और ७५५ विदेशी सैलानियों ने पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। बता दें कि इसमें मंदिरों में दर्शन करने वाले लोग भी पर्यटकों में शामिल है।
पहले लाइट और अब फव्वारे भी बंद

प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार मचकुण्ड सरोवर पर कुछ समय पहले करोड़ों रुपए की लागत से लाइट एण्ड साउंड शो आयोजित होता था। लेकिन धीरे-धीरे ये बंद हो गया। वहीं, कई स्थानों से तो लाइट और केबिल तक चोरी हो चुकी हैं। वहीं, सरोवर में चलने वाले रंगी फव्वारे भी अब बंद पड़ी है। नगर परिषद की ओर से फव्वारे को शुरू कराने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। जबकि शाम के समय बड़ी संख्या में लोग रंगीन फव्वारे को देखने पहुंचते थे।
  • लाइट एण्ड साउण्ड को लेकर जल्द आरटीडीसी की ओर से ठेका किया जाएगा। बोटिंग की सार-संभाल करना नगर परिषद का कार्य है। विभाग की ओर से लगातार पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार किया जाता है।
  • संजय जौहरी, उप निदेशक, पर्यटन भरतपुर
खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खिलाडिय़ों को दिलाई शपथ
सैंपऊ. 68वीं राज्य स्तरीय विद्यालयी 14 वर्षीय छात्र-छात्रा फुटबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह तसीमो के खेल मैदान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौजूद रहे। वहीं अध्यक्षताअंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक डॉ.डीपी शर्मा ने की। समारोह को संबोधित करते हुए कर्नल राठौड ने कहा कि खेल प्रतिभाओं को निखारने में शारीरिक शिक्षकों का अहम योगदान हैं। शारीरिक शिक्षक खिलाडिय़ों को खेल के साथ-साथ जीवन के गुण सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में खिलाडिय़ों को बेहतर अवसर एवं सुविधाएं मिल रहीं हैं। खेलो इण्डिया कार्यक्रम में हर साल एक हजार खेल प्रतिभाओं का चयन किया जाता है। जिन्हें आठ साल तक लगातार पांच लाख रुपए प्रतिवर्ष की सहायता राशि प्रदान की जाती है। वहीं टारगेट ओलम्पिक पोडियम के माध्यम से खिलाडिय़ों को भारत सरकार अपने खर्च पर प्रशिक्षण, यात्रा, आवास इत्यादि सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी 50 खिलाडिय़ों को इस प्रकार की योजना से जोडऩे के लिए प्रयासरत है। साथ ही सरकार खेल एकेडमियों को उत्कृष्ट बनाए जाने की दिशा में काम कर रही है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर, नीरजा अशोक शर्मा, मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री गिर्राज सिंह डंडोतिया, डॉ.शिवचरण कुशवाहा, इंदुबाला वर्मा, अखिल भारतीय राजपूत महासभा के जिला अध्यक्ष भागीरथ सिंह आदि मौजूद रहे।

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