नारियल का महत्व (Importance of coconut)
धार्मिक मान्यता है कि नारियल में त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) तीनों देव वास करते हैं। इसलिए यह देवताओं को प्रिय है। यही कारण है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु को नारियल अर्पित करना बहुत शुभ माना गया है। इसे अर्पित करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है। नारियल अर्पित करने से न केवल आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, बल्कि परिवार में सुख-समृद्धि आती है। नारियल को शुभ फल का प्रतीक भी माना जाता है। पूजा विधि (Method of worship)
- उत्पन्ना एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े धारण करें। इसके बाद व्रत का संकल्प करें।
- पूजा स्थल पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर रखें और उनके सामने घी का दीप जलाएं।
- भगवान विष्णु को तुलसी प्रिय है इसलिए तुलसी के पत्ते भोग में मिलाकर आर्पित करें साथ ही फल, फूल और नारियल अर्पित करें।
- इसके बाद आसन पर सीधे बैठकर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
- व्रत के दौरान सात्विक आहार ग्रहण करें और अपने मन को पवित्र रखें। व्रत का महत्व (Importance of fasting)
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक उत्पन्ना एकादशी व्रत करने से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। यह व्रत पारिवारिक सुख, धन, और सौभाग्य प्रदान करता है। इस दिन नारियल अर्पित करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।