आज हम कुछ ऐसे ही तीन सवाल पूछेंगे, जो हिन्दू धर्म से जुड़ा हुआ है। इस सवाल का जवाब अब तक किसी को पता नहीं है। ऐसे तो हिन्दू धर्म में कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसका जवाब किसी के पास नहीं है।
काया कल्प वृक्ष फिर से खोज सकते हैं क्या? काया कल्प वृक्ष समुंद्र मंथन के समय निकला था। कहा जाता है जब देवता और असुर समुंद्र मंथन कर रहे थे, तो उस समय बहुत सी वस्तुएं मिली थी। उस दौरान काया कल्प वृक्ष भी मिला था। कहा जाता है कि इस वृक्ष के नीचे बैठकर जो भी मांगा जाता है, वह पूरा हो जाता है। कहा जाता है कि भगवान इन्द्र ने इस वृक्ष ने उत्तरी हिमालय के सुरखनन्द नाम के पर्वत पर इस वृक्ष को लगा दिया था।
संजीवनी बूटी मिलना संभव है क्या? संजीवनी बूटी के बारे से सभी जानते हैं। जब राम-रावण का युद्ध चल रहा था, तब रावण पुत्र मेघनाद ने लक्ष्मण को घायल कर दिया था। इस वार से लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे। तब वैद्य ने संजीवनी की मांग की थी, जिसे हनुमानजी हिमालय से लेकर आये थे। संजीवनी बुटी की पहचान नहीं होने के कारण हनुमान जी ने पूरा पहाड़ ही उठा कर ले आए थे।
अमृत क्लश मिल सकता है क्या? जब देवता और असुर समुंद्र मंथन कर रहे थे तो उस समय बहुत सी वस्तुएं मिली थी। उस दौरान अमृत क्लश भी मिला था। अमृत क्लश फहले तो असुरों के हाथ लग गया, बाद में देवताओं ने बड़ी चालाकी से इसे प्राप्त किया और इसे पीकर अमर हो गए। अमृत क्लश दोबारा खोजा जा सकता है?