भगवान शिवजी को पूजन में जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, ईत्र, चंदन, केसर, भांग. इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर या एक-एक चीज शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। शिवपुराण में बताया गया है कि इन चीजों से शिवलिंग को अभिषेक स्नान कराने पर सभी इच्छाएं पूरी होती है। शिव पूजन में शिवजी की प्रिय इन चीजों से अभिषेक करने से हर तरह की मनोकामना पूरी होने लगती है।
1- सावन मास में शिव मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर “जल” से अभिषेक करने पर व्यक्ति का स्वभाव शांत होता है और व्यवहार में प्रेम पैदा होने लगता है।
2- सावन मास में शिवजी का “शहद” से अभिषेक करने पर वाणी में मिठास आने लगती है।
3- सावन मास में शिव जी का “गाय के दूध” से अभिषेक करने पर व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
4- सावन मास में शिव जी का “दही” से अभिषेक करने पर व्यक्ति के स्वभाव में गंभीर आने लगती है।
5- सावन मास में शिवलिंग पर “गाय के शुद्ध घी” अभिषेक करने से व्यक्ति के शरीर में दिव्य शक्ति का संचार होने लगता है।
6- सावन मास में शिव जी का “चंदन के सुंगधित ईत्र” से अभिषेक करने पर व्यक्ति के विचार पवित्र होने लगते हैं।
7- सावन मास में शिव जी का “शुद्ध चंदन” से अभिषेक करने पर व्यक्ति का व्यक्तित्व आकर्षक होने लगता है एवं समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
8- सावन मास में शिव जी का “शुद्ध केशर” से अभिषेक करने व्यक्ति में सौम्यता आने लगती है।
9- सावन मास में शिव जी का “गंगाजल” से अभिषेक कर भांग का भोग लगाने से व्यक्ति के मन के विकार और बुराइयां दूर होने लगती है।
10- सावन मास में शिव जी का “शक्कर” से अभिषेक करने पर सुख और समृद्धि में बढौतरी होने लगती है।
उपरोक्त पदार्थों से अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा चढ़ाएं आदि षोडशोपचार पूजन भी करें एवं धूप, दीप से आरती करें। पूजन पूरा होने के बाद इस मंत्र का जप करें जरूर करें।
मंत्र
मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।
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