कुछ ज्योतिष शास्त्रों में बिल्ली का सम्बन्ध पितरों से भी माना गया है, जो किसी अधुरी इच्छा को पूरी करवाने के लिए अपने वंशजों के ईर्द गिर्द भी घुमकर संकेत देने का प्रयास करती नजर आती हैं । अधिकतर घरों में बिल्ली के आने पर लोग उसे अशुभ मानते हुए घर से भगाने की कोशिश भी करते हैं । ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर किसी के घर में बार बार बिल्ली का आना अशुभ माना गया है । अगर आपके घर में भी बार बार बिल्ली आती या घर के आंगन या छत पर बिल्ली का रोना या लड़ाई करने जैसा कुछ घट रहा हो तो इस पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन जरूर करें ये छोटे लेकिन तुरंत असरकारक उपाय । इस उपाय को करने के बाद कोई भी अप्रिय अशुभ घटनाएं नहीं होगी ।
ये होता है, जब बिल्ली घर में बार बार आती है
1- नारद पुराण के अनुसार जहां भी बिल्ली के पैरों की धूल उड़ती है, वहाँ की सकारात्मक ऊर्जा नष्ट होने लगती है, और उस स्थान पर अशुभ प्रभाव बढ़ने लगते हैं, साथ ही अप्रिय घटित होने की आशंका भी बनी रहती है ।
2- जिस घर में बार बार बिना किसी कारण के बिल्लियों का आना-जाना लगा रहता है, उस घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव, देखने को मिलते हैं ।
3- घर में अचानक ही बिल्लियों का आना बढ़ जाने से घर के मुखिया को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है तथा घर में कई तरह की समस्याएं भी आने लगती हैं ।
4- अगर भोजन करते समय किसी के घर में बिल्ली आकर देखने लगे तो उस घर में कष्ट होता है ।
5- अगर किसी के घर में बिल्ली ने अपना मल-मूत्र किया है तो उस घर में कोई आर्थिक नुकसान जरूर हो सकता है ।
6- दूसरे प्राणियों की तुलना में बिल्ली की छठी इन्द्री अधिक सक्रिय होती है । इस वजह से बिल्ली को भविष्य में होने वाली किसी भी अशुभ घटना का पूर्वाभास हो जाता है, ऐसी स्थिति में बिल्ली स्थान परिवर्तन करके दूसरी जगह पलायन कर जाती है ।
7- जो लोग अपने घरों में बिल्ली पालते हैं वे इस बात का विशेष ध्यान रखे कि अगर उनकी पालतू बिल्ली घर छोड़ कर अचानक चली गयी है तो यह भविष्य में घटने वाली किसी अशुभ घटना का संकेत हो सकता है ।
पितृ मोक्ष अमावस्या पर करें ये उपाय
1- ज्ञात अज्ञात पूर्वज पितरों की शान्ति और तृप्ति के लिए सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन घर या किसी नदी, तालाब में दक्षिण दिशा की ओर में मुख करके शुद्ध जल में काले तिल मिलाकर स्वयं या किसी अनुभवी ब्राह्मण से तर्पण करें या करावें । तर्पण करते वक्त पितरों से बिल्ली के कारण हो रही बाधा को हर लेने की प्रार्थना करें ।
2- पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन सुबह 5 से 6 बजे के बीच एवं शाम को भी 6 बजे से 7 बजे के बीच किसी प्राचीन पीपल के पेड पर शक्कर मिला मीठा जल चढावें एवं आटे के बने दो बत्ती वाले दो दीपक भी जलावें ।
3- पितृ पक्ष में नवमी तिथि या अमावस्या के दिन घर में पितरों का श्राद्ध भी जरूर करें । ऐसे करने से बिल्ली का घर में आना बंद हो जायेगा ।
3- इन उपायों को करने के बाद बिल्ली के कारण होने वाले अशुभ परिणामों या भय से छुटकारा मिल जायेगा ।