ट्रेन स्टाफ ने काफी कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हुए। यहां तक की दूसरे स्टेशनों से तकनीकी स्टाफ बुलाया गया, लेकिन किसी भी व्यक्ति को ट्रेन में गड़बड़ी का कुछ भान ही नहीं हुआ। इस बीच किसी यात्री ने बाबा की ओर रेलवे ऑफिसर्स का ध्यान खींचा, तब सब ने बाबा नीम करोली से क्षमा मांगी और उन्हें ट्रेन पर आदर के साथ विशेष कोच में बिठाया।
बाबा के ट्रेन में सवार होते ही, इंजन स्टार्ट हो गया और ट्रेन आगे बढ़ी। यह चमत्कार देख रहे सभी यात्री इससे हैरान हो गए। बाद में बाबा नीम करोली को जहां ट्रेन से उतारा गया था, वहीं रेलने ने बाबा लक्ष्मण दास पुरी स्टेशन बनवाया
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खारे कुएं का पानी हुआ मीठा (Neem Karoli Baba Ke Chamatkar)
बाबा के चमत्कारों से भरी एक और कहानी भक्त सुनाते हैं। उसके अनुसार बाबा का जन्म यूपी के फर्रुखाबाद में हुआ था। यहां एक कुआं था, जिसका पानी खारा था। इसके चलते लोग उसका पानी पी नहीं पा रहे थे और उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
खारे कुएं का पानी हुआ मीठा (Neem Karoli Baba Ke Chamatkar)
बाबा के चमत्कारों से भरी एक और कहानी भक्त सुनाते हैं। उसके अनुसार बाबा का जन्म यूपी के फर्रुखाबाद में हुआ था। यहां एक कुआं था, जिसका पानी खारा था। इसके चलते लोग उसका पानी पी नहीं पा रहे थे और उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
एक बार बाबा फर्रुखाबाद की यात्रा पर आए, यहां किसी भक्त ने बाबा नीम करोली को कुएं का पानी खारा होने और उसके अनुपयोगी होने की बात बताई। इसके चलते हो रही लोगों की परेशानी का भी ध्यान दिलाया। इस पर बाबा नीम करोली ने कहा, इस कुएं में एक बोरा चीनी डलवा दो, भक्तों ने ऐसा ही किया। इसके बाद उस कुएं का पानी मीठा हो गया। लोगों को इससे काफी राहत मिली।