महाशिवरात्रि के दिन बड़ी संख्या में लोग विभिन्न् तरह के पदार्थों से शिवजी अभिषेक करते हैं । लेकिन भोलेनाथ को व्यर्थ का आडंबर या दिखावा बिलकुल भी पसंद नहीं । वे तो सच्ची श्रद्धा से अर्पित किए गए पत्र, मिट्टी या जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं । कहा जाता हैं कि महाशिवरात्रि के दिन की जाने वाली तीनों समय की पूजा में जो कोई भी युवा, या मनोकामना पूर्ति का अभिलाषी भवापूर्ण होकर शिवालय में या फिर घर पर ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर शद्ध ताजे जल से भगवान शिव का “नमः शिवाय” का एक हजार बार उच्चारण करते हुए जलाभिषेक करता हैं, महादेव भोलेबाबा प्रसन्न् होकर मनचाही इच्छा पूरी कर देते हैं, और बेरोजगारों को कुछ ही दिनों में अच्छे से अच्छा रोजगार मिल जाता हैं ।
सच्ची श्रद्धा से अर्पित करें जल
यह सच है कि शिव को केवल जल से भी प्रसन्न् किया जा सकता है, बशर्ते उसे अर्पित करते समय श्रद्धा-भक्ति सच्ची हो । जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता होती है पैसा । पैसे के बिना सांसारिक जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो जाता हैं । खासकर गृहस्थ व्यक्ति पर तो पूरे परिवार का भार होता है । ऐसे में जल से जुड़ा यह एक उपाय धन संबंधी सारी परेशानियां समाप्त करने की ताकत रखता है । यदि कोई महाशिवरात्रि के दिन चांदी के लोटे में शुद्ध जल में शहद की 21 बूंदें डालकर किसी प्राचीन शिवलिंग का अभिषेक करता हैं तो आजीवन उसे पैसों की कमी नहीं रहती और आय के स्रोतों मे दिनों दिन वृद्धि होने लगती है ।
नौकरी, व्यापार के लिए
मनचाही नौकरी पाने, नौकरी में तरक्की या फिर व्यापार-व्यवसाय में भरपूर लाभ के लिए महाशिवरात्रि की रात्रि के तीन काल में गाय के दुध या ताजे गन्ने के रस से अभिषेक करें ।