माघ मास के अनुष्ठान (Magh Maas Rituals):
– सूर्योदय से पहले स्नान कर लें।
– नहाने के पानी में तिल मिला लें।
– गायत्री मंत्र का जाप करके और सूर्य को जल दिखाते हुए अर्घ्य दें।
– सभी दिनों में भगवान विष्णु के नाम का जाप करें।
– सत्संग, प्रवचन का हिस्सा बनें और माघ महीने के बारे में पढ़ें। गर्म खाना खाएं।
– ऐसे खाने की चीजों को दान करें जो गर्मी पैदा करने वाले तिल (तिल) या बाजरा की तरह हों।
माघ माह में जरूर करने चाहिए ये काम
माघ माह ( Magh Maas ) में पूजा-पाठ करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। आज जानिए, माघ माह में क्या करने से देवी-देवता (Devi-Devta) प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्राप्त होता है।
पूजा-पाठ करने से मिलता है विशेष फल – puja path
माघ माह ( Magh Maas ) में पूजा-पाठ (Worship) करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है इसलिए रोजाना पूजा-पाठ जरूर करें। ऐसा करने से आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहेगी। इसके अलावा, रोजाना पूजा-पाठ करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा ( Negative Energy ) दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा ( Positive Energy ) का संचार होता है।
तिल का दान करने से मिलता है पुण्य
माघ माह (Magh Maas) में भगवान विष्णु ( Lord Vishnu ) की तिल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ माह में भगवान विष्णु पर तिल चढ़ाने और तिल का दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा माघ माह में तिल का सेवन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
गीता और रामायण का जरूर करें पाठ
माघ माह (Magh Maas) पूजा-पाठ के लिए उत्तम माना जाता है। इस माघ में रोजाना रामायण (Ramayan) और गीता (Geeta) का पाठ करें। ऐसा करने से आपके ऊपर भगवान की कृपा दृष्टि बनी रहती है और धन-धान्य की कभी कमी नहीं रहती है।
दान करने से मिलता है पुण्य
माघ माह (Magh Mahina) में दान करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है, इसलिए इस माह में अपने सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करना चाहिए। माघ माह में अन्न, वस्त्र, धन या किसी भी सामग्री का दान अवश्य करें। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न रहते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
बसंत पंचमी – 16 फरवरी
रथ सप्तमी – 19 फरवरी
भीष्म अष्टमी – 20 फरवरी