जया पार्वती व्रत का महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जया पार्वती व्रत देवी जया की कृपा पाने के लिए किया जाता है, जो देवी पार्वती का ही एक स्वरूप हैं। इस व्रत को विजय पार्वती व्रत भी कहा जाता है और विशेष रूप से मालवा क्षेत्र (गुजरात) में लोकप्रिय है। मान्यता के अनुसार अगर कोई इस व्रत को रखता है तो यह व्रत 5, 7, 9, 11 या 20 वर्षों तक रखना चाहिए। यह भी माना जाता है कि जया पार्वती व्रत को कुंवारी कन्याएं अच्छे पति की कामना और सुख-शांति और प्रेम पूर्ण वैवाहिक जीवन के लिए करती हैं। मान्यता है कि जो भक्त इस व्रत को पूरी आस्था और श्रद्धा से रखता है उसे भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही उनकी सभी इच्छाएं पूरा होती हैं। लेकिन इसके लिए व्रत को इन नियमों के साथ संपन्न करना चाहिए।