ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहण तो मानव जीवन पर असर डालता ही है, लेकिन शास्त्रों में माना गया है कि ग्रहण काल के दौरान भी हमारे आसपास की चीजें प्रभावित होती हैं। इसीलिए ग्रहण की अवधि में कुछ कार्य करने की मनाही की गई है। 20 अप्रैल 2023 को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। लेकिन शास्त्रों के मुताबिक सूर्य ग्रहण की अवधि में कुछ सावधानियां बरतना ही बेहतर होता है। माना जाता है कि यदि इस अवधि में वर्जित कार्य किए जाएं तो जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पत्रिका.कॉम के इस लेख में जानें ग्रहण की अवधि में किन कार्यों को करने की सख्त मनाही की गई है। माना जाता है कि यदि ये काम किए जाएं ताे जीवन में दरिद्रता का संकट झेलना पड़ता है।
ग्रहण के दौरान क्या करें क्या नहीं ?
न खाएं खाना
ज्योतिष एक्सपर्ट के मुताबिक ग्रहण की अवधि में कुछ भी नहीं खाना चाहिए। यदि इस दौरान कुछ खाया जाए, तो इसका नेगटिव इफेक्ट झेलना पड़ सकता है। इस दौरान पका हुआ खाना भी नहीं खाना चाहिए। वहीं इस दौरान काटने या छीलने के काम से भी बचना चाहिए।
न करें नए काम की शुरुआत
ग्रहण की अवधि में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ी हुई रहती है। इसीलिए इस अवधि में किसी भी नए काम की शुरुआत या मांगलिक कार्य वर्जित माने गए हैं। इसके अलावा ग्रहण और सूतक काल के दौरान न तो नाखून काटना चाहिए और न ही कंघी करनी चाहिए।
गर्भवती न करें ये काम
शास्त्रों में माना गया है कि ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव गर्भवतियों पर पड़ता है। इसीलिए ग्रहण काल के दौरान ऐसी महिलाएं घर से बाहर निकलने से बचें। ग्रहण की अवधि में चाकू-छूरी या फिर कैंची के इस्तेमाल से बचें। इन्हें हाथ में ही न लें, तो बेहतर होगा। माना जाता है कि इससे उनके होने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
इन चीजों से भी रहें दूर
ग्रहण की अवधि में सोना नहीं चाहिए। न ही सुई में धागा डालना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण के दौरान किसी भी तरह की यात्रा करने से भी बचना चाहिए।