आज रात ही करें यह रामबाण उपाय
सबसे पहले साल 2018 के अंतिम शुक्रवार महालक्ष्मी के नीचे दिये गये बीज मंत्रों रात में 9 बजे से लेकर 12 बजे के बीच में प्रत्येक मंत्र का 108 बार जप गुलाबी रंग के आसन पर बैठकर कमल गट्टे की माला से करें । जप के समय गाय के घी का एक दीपक 2 मुंह वाला जलता रहे । संभव हो तो जप करने से पूर्व पूजा स्थल गुलाबी कपड़े पर श्री यंत्र और माता अष्ट लक्ष्मी की फोटो स्थापित करें । गुलाब के सुगंध वाली धुपबत्ती जलाने के साथ लाल कमल या लाल गुलाब के फूल व माला चढ़ाएं । शुद्ध मावे की मिठाई का भोग लगायें । जप पूरा होने के तुरंत बाद घर के 8 कोने में आटे के 8 दीपक गाय के घी के जला दें । जप के बाद पूजा में प्रयोग किये लाल फूल को तिजोरी में रख दें । दूसरे दिन सुबह अपने घर पर ही गरीब परिवार की 3 छोटी छोटी कन्याओं को बुलाकर गाय के दुध से बनी खीर खिलाएं एवं कुछ दक्षिणा व पीला रूमाल या अन्य वस्त्र दान दें ।
महालक्ष्मी के मूल बीज मंत्र
– ॐ श्रीं ।।
– ॐ श्रीं क्लीं ।।
– ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ।।
– ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ।।
– ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ।।
– ॐ क्लीं ॐ ।।
– ॐ ऐं ॐ ।।
– ॐ श्रीं श्रीं ।।
।। इति समाप्त ।।