1- चैत्र मास में सूर्योदय से लेकर रात्रि 8 बजे के बीच माँ काली के इस बीज मंत्र जप ग्यारह बार स्फटीक माला से काले कंबल के आसन पर बैठकर करें।
काली बीच मंत्र- ।। ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हलीं ह्रीं खं स्फोटय क्रीं क्रीं क्रीं फट।।
नवरात्रि में 28 मार्च को ऐसे करें विघ्नहर्ता श्रीगणेश का पूजन, बाधाओं से मिलेगी मुक्ति2- चैत्र नवरात्रि में सूर्योदय के बाद इक्कीस (21) नींबूओं की माला अपने हाथों से काले धागे में बना कर अपने घर में ही माँ काली की तस्वीर पर अपने हाथों से कोरोना से मुक्ति की कामना से माता को पहनावें। माला पहनाने के बाद माँ काली के मस्तक पर लाल गुलाब के खूले फूल अर्पित करें, एवं एक माला लाल गुलाब की भी पहनावें।
3- चैत्र नवरात्रि में माँ काली को लाल कनेर के फूल चढ़ाकर को गुड का भोग जरूर लगायें। इस उपाय से गंभीर से गंभीर बीमारियों से रक्षा होती है।
दुर्गा अष्टमी की रात कर लें महाउपाय, कठिन से कठिन समस्याएं हो जाएगी छुमंतर4- माँ काली के निमित्त अपने घर में या फिर देवी के मंदिर में आटे के दीपक में चार बत्ती जलाकर लगावें। ऐसा करने से कुछ हि दिनों में संकटों, गंभीर रोगों से छूटकारा मिलने लगेगा।
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