बेंगलूरु. विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव कोटिश्वर शर्मा शुक्रवार को रात यहां टिम्बर यार्ड स्थित देवमूल टावर पहुंचे। यहां उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर तेरापंथ समाज से जुड़े पदाधिकारियों से चर्चा की और मंदिर निर्माण में सहयोग का आह्वान किया। इस अवसर पर देवराज मूलचंद नाहर ट्रस्ट के मंत्री मूलचंद नाहर को राम मंदिर क्षेत्र ट्रस्ट की कर्नाटक प्रांत स्तरीय स्वागत समिति का सदस्य भी मनोनीत किया गया। इस समिति में कर्नाटक के बीस सदस्य हैं। नाहर समिति के २१वीं सदस्य होंगे।
कोटिश्वर शर्मा ने तेरापंथ समाज के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण में सर्व हिन्दू समाज की भागीदारी होनी चाहिए। इसी को लेकर विहिप और संघ परिवार १५ जनवरी २०२१ से लेकर २७ फरवरी तक अभियान शुरू करेगा। इसके अन्तर्गत विहिप, संघ परिवार व अन्य संगठन के कार्यकर्ता हर घर में, परिवार में जाएंगे और मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि एकत्र करेंगे। न्यूनतम सहयोग राशि दस रुपए निर्धारित की गई है। मंदिर निर्माण के लिए जो भी श्रद्धालु या व्यक्ति इससे अधिक राशि देना चाहे वह दे सकेगा। उन्होंने बताया कि लक्ष्य केवल प्रत्येक हिन्दू परिवार से सम्पर्क करने का है। निधि का लक्ष्य नहीं रखा है।
शर्मा ने कहा कि ४४ दिन की अवधि में देशभर के साढ़े चार लाख गावों में जाकर ११ करोड़ हिन्दू परिवारों से मिलने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान नई व पुरानी पीढ़ी को राम मंदिर का इतिहास बताया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला, तालुक व प्रदेश स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने राम मंदिर की पृष्ठ भूमि से सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय में बरसों मुकदमा चला और जीत भी राम की हुई। इस मुकदमे को लडऩे वाले अधिवक्ता की भी तारीफ करे बिना नहीं रहे। उन्होंने कहा कि जैन समाज सक्षम समाज है। वहीं तेरापंथ समाज एक ही गुरु की आज्ञा का पालन करने वाला समाज है। इसलिए मंदिर निर्माण में उनके सहयोग की पूरी अपेक्षा है।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद कर्नाटक के महामंत्री जगन्नाथ शास्त्री, कर्नाटक के संयुक्त कोषाध्यक्ष दीपक राजगोपाल, आई टी सैल के शेषाद्री, तेरापंथ सभा के मंत्री प्रकाश लोढ़ा, ललित आच्छा, हरकचंद ओस्तवाल, तेयुप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कटारिया, जयंतीलाल नाहर, सुरपतसिंह चोरडिय़ा, मुकेश नाहर, विकास नाहर व विक्रम सेठिया भी उपस्थित थे।
कोटिश्वर शर्मा ने तेरापंथ समाज के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण में सर्व हिन्दू समाज की भागीदारी होनी चाहिए। इसी को लेकर विहिप और संघ परिवार १५ जनवरी २०२१ से लेकर २७ फरवरी तक अभियान शुरू करेगा। इसके अन्तर्गत विहिप, संघ परिवार व अन्य संगठन के कार्यकर्ता हर घर में, परिवार में जाएंगे और मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि एकत्र करेंगे। न्यूनतम सहयोग राशि दस रुपए निर्धारित की गई है। मंदिर निर्माण के लिए जो भी श्रद्धालु या व्यक्ति इससे अधिक राशि देना चाहे वह दे सकेगा। उन्होंने बताया कि लक्ष्य केवल प्रत्येक हिन्दू परिवार से सम्पर्क करने का है। निधि का लक्ष्य नहीं रखा है।
शर्मा ने कहा कि ४४ दिन की अवधि में देशभर के साढ़े चार लाख गावों में जाकर ११ करोड़ हिन्दू परिवारों से मिलने का लक्ष्य रखा गया है। इस दौरान नई व पुरानी पीढ़ी को राम मंदिर का इतिहास बताया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला, तालुक व प्रदेश स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने राम मंदिर की पृष्ठ भूमि से सभी को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय में बरसों मुकदमा चला और जीत भी राम की हुई। इस मुकदमे को लडऩे वाले अधिवक्ता की भी तारीफ करे बिना नहीं रहे। उन्होंने कहा कि जैन समाज सक्षम समाज है। वहीं तेरापंथ समाज एक ही गुरु की आज्ञा का पालन करने वाला समाज है। इसलिए मंदिर निर्माण में उनके सहयोग की पूरी अपेक्षा है।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद कर्नाटक के महामंत्री जगन्नाथ शास्त्री, कर्नाटक के संयुक्त कोषाध्यक्ष दीपक राजगोपाल, आई टी सैल के शेषाद्री, तेरापंथ सभा के मंत्री प्रकाश लोढ़ा, ललित आच्छा, हरकचंद ओस्तवाल, तेयुप के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कटारिया, जयंतीलाल नाहर, सुरपतसिंह चोरडिय़ा, मुकेश नाहर, विकास नाहर व विक्रम सेठिया भी उपस्थित थे।