इकलौते पुत्र के खोने से गमगीन विनोद का कहना था कि इस घटना में जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। क्योंकि हमने बेटा खोया है। नायलोन डोर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। लोगों ने पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।बता दें कि रविवार शाम करीब 5 बजे विनोद अपने बेटे कनिष्क को बाइक पर आगे बैठाकर पानी-पूरी खिलाने के लिए ले जा रहा था। इसी दौरान चायनीज धागा बालक के गले में फंस गया। गला कटने से मासूम की मौत हो गई थी। विनोद ने बताया कि वह गैरेज पर बाइक सुधारने का काम करते हैं। उनकी दो संतान एक लड़की और एक लड़का था। बेटे की मौत से परिवार उजड़ गया।
आनन-फानन में कार्रवाई करने पहुंचे, तीन विक्रेताओं को पकड़ाघटना को लेकर प्रशासनिक जिम्मेदारों की नींद भी टूटी और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। सुबह ९ बजे एसडीएम रोशनी पाटीदार, सीएसपी रविंद्र वास्केल, सीएमओ निशिकांत शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस, राजस्व और नपा टीम ने हटवाड़ा, डाबरी, पट्ठा चौपाटीदार, बुंदेलवाड़ी आदि जगह सर्चिंग कर पतंग दुकानों से प्रतिबंधित चायनीज डोर जब्त की। इस दौरान तीन विक्रेताओं को पकड़ा। जिनके खिलाफ पुलिस द्वारा १८८ की कार्रवाई की गई।
कलेक्टर-एसपी पहुंचे पीडि़त के घर, सांत्वना दी सोमवार दोपहर में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसपी मनोज कुमार सिंह पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। यहां परिजनों को सांत्वना दी। इसके पहले परिवार को रेडक्रॉस से ५० हजार का चेक रविवार रात को सौंपा। कलेक्टर ने बताया कि परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील कि चायनीज धागे से होने वाली घटनाओं को रोकना है, तो उसका इस्तेमाल न करें। हर व्यक्ति अपनी इस जिम्मेदारी को समझे। ताकि फिर किसी के साथ ऐसी घटना न हो।
सामूहिक रूप से नायलोन धागे की जलाई होली, दी श्रद्धांजलि उधर, प्रशासन ने घटना से सबक लेते हुए जब्त नायलोन धागे को मोहन टॉकिज पर जलाया। साथ ही जनमानस से भी अनुरोध किया कि जिन लोगों के पास भी प्लॉस्टिक पतंग और चायनीज धागा है, तो उसकी सामूहिक होली जलाकर बष्हिकार करें। यही कनिष्क को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कांग्रेस पार्षद बोले- लापरवाह अधिकारियों भी हो कार्रवाई मकर संक्रांति पर हर साल प्रतिबंधित चायनीज धागे की बिक्री से जानलेवा घटनाएं होती है। दो दिन में चार लोग के साथ घटनाएं हुई। जिसे लेकर कांग्रेस पार्षदों ने भी प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की। पार्षद प्रतिनिधि दीप सिसौदिया ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लिखा कि चायनीज मांझे की बिक्री को रोकने के लिए जिन अधिकारी-कर्मचारियों की टीम बनाई गई थी, उन्होंने ठीक से जिम्मेदारी नहीं निभाई। जिनकी लापरवाही से एक मां की कोख सुनी हो गई। इसलिए लापरवाही कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जाए। इस दौरान पूर्व पार्षद अशोक राठौर, जिला कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह ठाकुर , नगर कांग्रेस उपाध्यक्ष बंटी डोड, नेता प्रतिपक्ष करीम कुरशैी, पार्षद ईश्वर ठाकुर, मनीष कन्नौज आदि उपस्थित थे।
ऐसे चला घटनाक्रम -रविवार शाम करीब ६ बजे के लगभग हुई घटना -देर शाम कलेक्टर ने कार्रवाई के जारी किए आदेश -सोमवार सुबह ९ बजे प्रशासनिक अमला कार्रवाई के लिए निकला
-१० बजे पीडि़त परिवार के साथ स्थानीय लोगों ने किया विरोध -दोपहर ३ बजे कलेक्टर-एसपी पहुंचे पीडि़त के घर -दोपहर साढ़े तीन बजे एसडीएम ने नपा पहुंचकर पार्षदों की ली बैठक नागरिक बोले- पहले जागे जाते, तो नहीं जाती जान
चायनीज मांझे से होने वाली घटनाओं को लेकर नागरिकों में भी रोष देखा गया। लोगों का कहना था जो प्रशासन घटना के बाद जागा है, वह पहले से एक्टिव नही है।