मेधा पाटकर ने कहा कि डूब प्रभावितों के संपूर्ण पुनर्वास होने तक उनका ये आंदोलन जारी रहेगा। गुरुवार को पाटकर के साथ गेमती बाई पति सकाराम, निर्मला बाई पति राधेश्या, पिंकी बाई पनवेल और रुक्मणी पाटीदार ने अनशन किया।
यह भी पढ़ें- Bhojshala ASI Survey : जमीन से निकली काले पत्थर पर बनी श्रीकृष्ण की मूर्ति, 3 अन्य अवशेष भी मिले 600 कार्यकर्ताओं के हस्ताक्षर वाला पत्र लिखा
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 600 से अधिक सामाजिक कार्यकर्ताओं की हस्ताक्षर के साथ समर्थकों ने मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश और नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण को डूब प्रभावितों की मांगों को लेकर पत्र लिखे। धरना स्थल पर महाराष्ट्र के कई समर्थक पहुंचे। भूतपूर्व विधायक एवं संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता डॉ. सुनीलम के नेतृत्व में आयुक्त, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण एवं नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया एवं प्रभावितों की न्यायपूर्ण मांगों पर सुनवाई कर उनका निराकरण करने की मांग की।