ये भी पढ़ें: होने वाली है मानसून की एंट्री…35 जिलों में IMD का अलर्ट जारी 7 नए पाइंट चिह्नित
भोजशाला में जीपीआर सर्वे की रिपोर्ट के बाद भारतीय पुरातत्व विभाग, एएसआई की टीम ने सोमवार को सर्वे का दायरा बढ़ाया है। इसके तहत भोजशाला में सर्वे के लिए 7 नए पाइंट चिह्नित किए है। जहां से सोमवार को टीम ने मिट्टी हटाने का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि जीपीआर सर्वे के बाद इन पाइंट पर काम शुरू हुआ है। ऐसे में यहां से बड़ी मात्रा मे अवशेष और प्राचीन धरोहर निकलने की संभावना है।
हवनकुंड के पास नए पाइंट
भोजशाला में एक दिन पहले रविवार को बड़ी उपलब्धि सर्वे के दौरान मिली थी। बंद कमरे से मिट्टी हटाने के बाद अवशेष मिले थे। इनकी कार्बन डेंटिंग के साथ क्लीनिंग की जा रही है। वहीं सोमवार को हवनकुंड के नजदीक नए पाइंट पर मिट्टी हटाने का काम चला है। वहीं मुख्य गेट पर ओटले से मिट्टी हटाने के दौरान अवशेष मिले हैं। इन्हें संरक्षित कर सर्वे में शामिल किया है। इससे पहले भगवान गणेश, मां वाग्देवी, हनुमान और मां पार्वती की खंडित प्रतिमाएं मिली हैं।
पुरानें ट्रेंचों को किया बंद
इधर जीपीआर सर्वे के पहले तक उत्तरी और दक्षिण हिस्से में ट्रेंच बनाकर काम किया जा रहा था। यहां से बड़ी मात्रा में अवशेष भी मिले थे, लेकिन अब इनमें मिट्टी डालकर इन्हें बंद किया जा रहा है। इसके तहत पुरानें ट्रेंचों को बंद कर दिया है। कुछ को लेकर काम जारी है। बारिश को देखते यह कार्य किया जा रहा है। हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि जीपीआर सर्वे के बाद कुछ नए पाइंट को चिह्नित कर एएसआई ने काम शुरू किया है। वहीं बारिश को देखते हुए पुरानी ट्रेंच बंद की जा रही है। नए सात पाइंट चिह्नित कर काम शुरू किया गया है।